महिलाओं में से डिलीवरी के बाद ऐसा देखा जाता है कि वह बच्चे को स्तनपान करना चाहती है उन्हें दूध उतरता नहीं है बिल्कुल ना के बराबर है। ऐसे में प्रश्न उठता ऐसे माता को क्या कदम उठाने चाहिए जो माँ के साथ बच्चे की सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो। हर साल 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।
डिलीवरी के बाद के लिए महिलाओं के सामने परेशानी होती है कि चाहकर भी अपने बच्चे को दूध नहीं पिला सकती उनका कहना है कि उन्हें दूध नहीं उतरता है।
ऐसे में फिर बच्चों को ऊपर का दूध नहीं दिया जाता है
ऐसे में फिर बच्चों को ऊपर का दूध नहीं दिया जाता है। यहां एक और प्रश्न आता है कि ऊपर के दूध बच्चे की सेहत के लिए बेहतर है। इन्हीं सभी सवालों के जवाब डॉक्टर प्रियंका गुप्ता ने बताया। माँ का डिलीवरी के बाद दूध क्यों नहीं उतरती। इस पर डॉक्टर ने कहा कि इसके पीछे काफी हद तक डाइट जिम्मेदार है।
अक्सर देखा जाता है की माता अपनी गर्भावस्थाके दौरान नियमित रूप से अच्छी डाइट नहीं लेती जिसे डिलीवरी के बाद उन्हें काफी समस्या आती है। माता को ऐसे बच्चों को स्तनपान कराने परेशानी होती नहीं है उन्हें दूध कम आता है आता ही नहीं है।
इसका संबंध बेबी टच से भी बताया
डॉक्टर ने इसका संबंध बेबी टच से भी बताया। उन्होंने कई बार बच्चों को होते ही माँ से अलग नर्सरी में रखा जाता है। ऐसे में होता है की मां बच्चे को देख नहीं पाती जिससे दूध नहीं आता। मगर जैसे ही बच्चा मां के संपर्क में आता है तो महिला का दूध उतरने लगता है। उन्होंने कहा कि सर्जरी के कारण में ऐसा होता है। क्योंकि ऐसे में महिला का शरीर कमजोर होता है उसे सही होने में दो से तीन दिन का समय लगता है। उसके बाद चीज सामान्य हो जाती है।
चिकित्सक की सलाह पर कुछ दवाइयां ली जा सकती है
डॉक्टरसलाह देती है , महिलाओं के इसमें अपने खाने -पीने चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। इसमें वह पौष्टिक आहार डाइट में शामिल कर सकते हैं। डिलीवरी के बाद ज्यादा परेशानी हो तो चिकित्सक की सलाह पर कुछ दवाइयां ली जा सकती है।