इस बार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी सोमवार को मनाया जाएगा .इस दिन से सूर्य utraayn होता है यानी दक्षिण से उतरी गोलार्ध की ओर गति करने लगता है .इसलिए इसे सूर्य का उत्तरायण होना भी कहते हैं।
वह मकर संक्रांति पर सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है। मान्यता है कि मकर संक्रांति पर विभिन्न स्रोतों में स्तुतियों के सूर्योदय की पूजा के लिए हर मनोकामना पूरी हो सकती है। मकर संक्रांति पर सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए इस विधि से अध्र्य दे दें।
मकर संक्रांति पर इस विधि से दे सूर्य देव को अध्र्य
15 जनवरी सोमवार यानी मकर संक्रांति को सुबह जल्दी स्नान आदि आदि करने के बाद तांबे के लोटे में शुद्ध जल ले। इस जल में थोड़ा केसर ,तिल और लाल रंग के फुल डालें।
जब सूर्य देव की ओर मुख करके धीरे-धीरे’ ऊँ घृणि सूर्याय नम: ‘बोलते हुए अध्र्य दे। इस बात का ध्यान रखें कि अध्र्य का पानी किसी के पैरों में नहीं आना चाहिए। ऐसा होना अशुभ होता है।
सूर्य देव को लाल रंग का वस्त्र अर्पित करें। इसके बाद इसे किसी योग्य ब्राह्मण को दान कर दें। सूर्य देव को जल चढ़ाने के बाद शिव प्रोक्त सूर्याष्टक स्तोत्र का पाठ करें इससे आप मुसीबत से बचे रहेंगे।