वैदिक पंचांग के अनुसार ,प्रत्येक वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार को रोशनी का त्यौहार भी कहते हैं। इस दिन सभी के जीवन में अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। दीपों का त्योहार दिवाली सनातन धर्म का प्रमुख त्योहार है। दीपावली को लेकर लोग कुछ दिन पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं। पौराणिक नी और धार्मिक मान्यता के अनुसार ,दिवाली के दिन भगवान श्री राम 14 वर्ष बाद वनवास से घर लौट कर आए थे इस दिन अयोध्या वासियों ने दिए जलाकर प्रभु श्री राम का स्वागत किया ,तब से लेकर अब तक इस दिन दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है।
शुभ मुहूर्त 5:36 से लेकर 6:16 तक रहेगा
वैदिक पंचांग के अनुसार ,इस साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को दोपहर 3:52 से शुरू होगी और समाप्ति अगले दिन 1 नवंबर को शाम 6:15 पर होगा। हिंदू धर्म में उदया तिथि का मान्य होता है। इसलिए दिवाली का पर्व 01 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 5:36 से लेकर 6:16 तक रहेगा । इससे महूर्त में माता लक्ष्मी भगवान श्री गणेश की पूजा विधि विधान से की जा सकती है।
दिवाली पर दो दिन गाड़ी खरीदने का शुभ मुहूर्त बन रहा है।
पहले की 31 अक्टूबर को दोपहर 4:30 से लेकर शाम 5:37 तक है। वहीं 31 अक्टूबर को दूसरा सर्वोत्तम महूर्त होता है जिसे अमृत महूर्त भी कहते हैं वो शाम को 5:36 से लेकर रात के 7:00 बजे 14 मिनट पर बन रहा है । इस शुभ मुहूर्त में कार बाइक अन्य वाहन की खरीदारी कर सकते हैं।
दूसरा दिन वाहन खरीदने का मुहूर्त
1 नवंबर दिन शुक्रवार को वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त सुबह के 6 बजकर 33 मिनट से लेकर सुबह के 10 बजकर 42 मिनट तक है। इस दिन दूसरा मुहूर्त शाम को 4 बजकर 13 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 36 मिनट तक है। इन शुभ मुहूर्त में आप कोई भी वाहन की खरीदारी कर सकते हैं। यह सबसे उत्तम मुहूर्त है।