अयोध्या राम मंदिर में प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी आज से राम लला कभी भी दर्शन देश के हर नागरिक कर पाएंगे जिसका इंतजार लोगों को कई वर्षों से था। आखिरकार में पूरा हो चुका है। राम लला की अलौकिक छवि और सौंदर्य देखकर हर कोई निहाल है। वहीं कुछ लोग यह जानने के लिए जिज्ञासा हो रही है उनकी प्रतिमा का रंग काला किया तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।
इस वजह से राम लला की मूर्ति काली
राम लला की मूर्ति का निर्माण जिस पत्थर से किया गया उसका नाम श्यामशिला है। इस काले पत्थर को कृष्ण की शीला के नाम से भी जाना जाता है। यही वजह है कि राम लला की मूर्ति शामिल है। इसकी पीछे भी कारण है कि वाल्मीकि रामायण प्रभु नाम की श्यामल रूप का वर्णन किया गया है जिसके चलते उनकी मूर्ति का निर्माण इस पत्थर से किया गया है।
भगवान राम की मूर्ति की तरफ चारों तरफ हो रही है। हर कोई उनके रूप में देखकर मंत्रमुग्ध है असाधारण गुणों के गणेश प्रतिमा का विशेष महत्व है। ऐसा कहा जाता है की मूर्ति में उपयोग की गई शीला 1000 सालों से अधिक समय तक खराब नहीं होती है। इसके अलावा हिंदू अनुष्ठानों के दौरान मूर्ति पर इस्तेमाल करने वाली चीजे जिसे दूध , पानी , हल्दी ,कुमकुम आदि पदार्थों को इस पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता है। श्यामल शिला के उपयोग से मूर्ति की दीर्घायु अखंडता बनी रहेगी।