कश्मीर की ये जगह जो है खूबूसरती और शांति की मिशाल , इस महीने में घूमने का है सबसे बेस्ट समय

Saroj kanwar
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गर्मियों में घूमने के लिए भारत की कौन सी जगह घूमने के लिए बेस्ट है इसकी लिस्ट बना रहे हैं तो कश्मीर को शामिल करना ना भूले । वैसे तो आप कश्मीर जाने का प्लान साल में कभी बना सकते हैं लेकिन जो नजारा आपको गर्मियों में देखने को मिलेगा वैसा शायद मानसून और सर्दियों में भी ना मिले। यहां कई खूबसूरत गांव है जो आज भी भीड़ भाड़ दूर है। अगर आप भी ऐसे ही किसी और पर ठिकाने को एक्सप्लोर करने की सोच रहे हैं तो निकल जाए कश्मीर में बेस दूध पथरी की और। दूध पथरी का मतलब होता है दूध की घाटी।

दूध पथरी के बारे में आज भी बहुत ही कम लोग जानते हैं। कह सकते हैं कि यही चीज ऐसी भी इसे आज भी खूबसूरत बनाए हुए है। यहां आकर क्या देखे और कब जाएं इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते है।

दूध पथरी

दूध पथरी कश्मीर का बहुत ही खूबसूरत और छोटा सा हिल स्टेशन है समुन्द्र तल से 2730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित दूध पथरी में हरे -भरे घास के मैदान और बर्फ से ढके पहाड़ अलग ही दुनिया में होने का एहसास कराते हैं। दूध पथरी इस जगह का नाम क्यों पड़ा इसे लेकर कई कहानियां बनाई जाती है।

ऐसा कहा जाता है की घास के किनारे रहने वाली नदी इतनी तेजी से नीचे की ओर गिरती है जिसे देखकर ऐसा लगता है जिसे दूध गिर रहा हो। इसी के चलते इसका नाम दूध पथरी पड़ा।
दूसरी कहानी एक बार संत शेख नूरानी ने यहां पर जमीन से पानी निकालने के लिए कई दिनों तक प्रार्थना की । फिर उन्होंने अपनी छड़ी से जमीन की खुदाई की दूध की धार बहने लगी। उन्हें दूध से हाथ पैर धोना सही नहीं लगा तो उन्होंने दूध को पानी में बदल दिया। इसके बाद इसका नाम दूध पथरी हो गया।

दूध पथरी में देखने वाली जगह

दिश्खाल

दिश्खाल दूध पथरी के टॉप टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है। जहां आप ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं। दूर तक फैले घास के मैदान और बर्फ से ढके पहाड़ मिलकर ऐसा नजारा पेश करते हैं जै मानो आप विदेश की किसी जगह में घूम रहे हैं। नेचर लवर्स को तो यह जगह बिल्कुल भी मिस नहीं करनी चाहिए।

तांगर

दूध पथरी में घूमने की शुरुआत तांगर गांव से करें जो एक छोटा बिल्कुल बहुत ही प्यारा सा गांव है। यह गांव चारों तरफ से पहाड़ों ,चीड़ और देवदार के के जंगलो से घिरा हुआ है जो इसकी खूबसूरत में चार चांद लगाने का काम करते हैं। कैंपिंग ,ट्रेकिंग और फोटोग्राफी जैसी कई एक्टिविटीज आप यहां एंजॉय कर सकते हैं।

शालीगंगा नदी

ऊंचे ऊंचे पहाड़ों से होकर बहने वाली नदी ,यह नजारा आप साक्षात दूध पथरी आकर देख सकते हैं। कुछ नहीं करना बस यहां शांति से बैठकर आसपास के खूबसूरती को निहारना भी एक अलग ही तरह का आनंद है। शालीगंगा नदी दूध पथरी की ऐसी जगह है घास के मैदान में लगभग 2 किलोमीटर का सफर तय करके आप यहां पहुंच सकते हैं। यहां का कभी न भूलने वाला नजारा आप देख सकते हैं।

दूध पथरी जाने का सबसे शानदार समय मई से सितंबर तक इस समय में कभी भी जाने का प्लान कर सकते है। इस मौसम में ज्यादा ठंड नहीं होती मतलब सादा कपड़ों में घूमने का मजा ले सकते हैं। सर्दियों में बर्फबारी की वजह से मुश्किल हो जाता है।

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