ये हरी छोटी पत्तियों की भाजी सिर्फ सर्दियों के मौसम में कुछ दिनों के बाजार में मिलती है। इसके सेवन से सेहत चुस्त और तंदुरुस्त रहती है। इस भाजी में मेथी पालक से भी ज्यादा पौष्टिक गुण भरे हुए होते हैं जो शरीर को दो गुना ताकतवर बना दे इस भाजी का स्वाद खाने में बहुत ज्यादा लाजवाब होता है। इस भाजी में मिनरल्स के गुण कूट-कूट कर भरे हुए होते हैं जो सेहत को रोगो के आसपास में भटकने नहीं देते है हम आपको बता रहे हैं चने की भाजी शरीर के लिए कौन-कौन कार्य साबित होती है।
चने की भाजी
अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं तो आप इसकी खेती के बारे में पहले अच्छे से जानना है और समझना होगा जिससे आपकी खेती में कोई परेशानी नहीं है कि आपको बता दे इसकी खेती के लिए हल्की दोमट या दोमट मिट्टी अच्छी होती है। इसकी पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते हैं। इसकी बीज बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। बुआई के 60 से 65 दिन बाद चने के पौधे में चने नहीं सिर्फ कोमल नमकीन स्वाद वाली छोटी-छोटी पत्तियां लगी हुई होती है उन्हें तोडा जाता है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप चने की भाजी की खेती करते हैं तो आप इस खेती में जबरदस्त दोगुनी कमाई देखने को मिलेगा इसकी खेती में भाजी के साथ चने भी मिलते हैं। जब बाजार में डिमांड होते हैं बाजार में चने की भाजी की कीमत 70 से 100 रुपए किलो तक है। आपको इस खेती से दो से ₹3 लाख रुपए की कमाई आराम से कर सकते हैं।
चने की भाजी के फायदे
चने की भाजी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है चने की भाजी खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज़ की समस्या से राहत मिलती है। चने की भाजी में मौजूद फ़ाइबर से वज़न कम करने में भी मदद मिलती है। चने की भाजी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के गुण प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फ़ाइबर, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम, मैग्नेशियम और कैल्शियम जैसे अन्य तत्वों के गुण भी मौजूद होते है। जो सेहत को तंदुरस्त रखते है।