नवरात्रि की पूजा का जितना महत्व है उतना ही भोग का भी है । मां की पूजा अर्चना में कई बातों का विशेष ख्याल रखना होता है जिसमें से एक है भोग को सही पात्र में लगाना। अक्सर लोग माता दुर्गा को सोने ,चांदी ,तांबा ,स्टील धातु आदि के पात्र में प्रसाद चढ़ा देते हैं जो कि नहीं करना चाहिए इससे नकारात्मक ऊर्जा निकलती है।
भोग लगाने के लिए विशेष धातु का पात्र होना जरूरी है
इसलिए देवी दुर्गा को भोग लगाने के लिए विशेष धातु का पात्र होना जरूरी है। ऐसे में चलिए आपको बताते हैं की किस पात्र में माँ को भोग लगाना चाहिए।
पीतल या मिट्टी के पात्र में ही माता दुर्गा को भोग लगाना चाहिए ,यह पात्र शुभ माना जाता है। वही पूजा करने के तुरंत बाद प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। लोगों को भी वितरित कर देना चाहिए। देवी देवताओं के पास ज्यादा देर तक प्रसाद रखना अच्छा नहीं माना जाता है।
पीतल के बर्तन में भोग लगाया जा सकता है
इसके अलावा पुराने पीतल के बर्तन में भोग लगाया जा सकता है लेकिन वह गंदा या टूटा ना हो। कोशिश करें की मिट्टी के बर्तन का उपयोग करें। प्रसाद चढ़ाने के लिए सबसे अच्छा होता है ।