30 की उम्र के बाद आँखों की रौशनी कम होने से पहले ही कर ले ये काम ,70 की उम्र तक नहीं लगाना पड़ेगा चश्मा

Saroj kanwar
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उम्र बढ़ाने के साथ आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए आंखों की सेहत पर ध्यान देना जरूरी है। 30 की उम्र के बाद आंखों की रोशनी से संबंधित परेशानियां शुरू होने लगती है। 30 की उम्र के बाद आंखों की ज्यादा देखभाल शुरू कर देनी चाहिए । आंखे हमारे जन्म के साथ ही हमारी आंखें काम करना शुरू कर देती है।

30 वर्ष की उम्र तक पहुंचते पहुंचते किसी भी व्यक्ति की आँखे दुनिया को 2 लाख घंटे तक देख चुकी होती है। इनमें नेचुरल चीज जैसे सनलाइट,पेड़ पौधे से लेकर आर्टिफिशियल जैसी चीज जैसे स्क्रीन से निकलने वाली रोशनी और आर्टिफिशियल लाइट तक शामिल है। इन सभी का आंखों पर कुछ ना कुछ दबाव पड़ता है जिसके कारण आंखों की सेहत पर असर पड़ता है।

आईए जानते हैं 30 की उम्र के बाद आंखों की सेहत बेहतर रखने के कुछ टिप्स।

यूवी लाइट से बचाव

लंबे समय तक सनलाइट में रहने के दौरान आंखों को यूवी लाइट से बचाने के लिए सुरक्षा धूप का चश्मा या yuvi का चश्मा का यूज करना चाहिए और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर आप अपनी स्किन हल्के रंग की है और आप अधिक ऊंचाई पर रहते हैं या ऐसा काम करते हैं जिसके कारण आपको लंबे समय तक आउटडोर रहना पड़ता है। यूवी लाइट से आंखों को नुकसान पहुंचता है और इससे मोतियाबिंद को से जुड़ी उम्र से संबंधित बीमारियां रेटिनोपैथी का खतरा बढ़ जाता है।

ढेर सारा पानी पिए

हमारी आंखों में बड़ी मात्रा में पानी होता है और यह टियर फिल्म से सुरक्षित रहती है । टियर फिल्म वॉटर बेस्ड होती है। टियर फिल्म पानी के साथ-साथ इलेक्ट्रोलाइट्स ,प्रोटीन और एंजाइम से बनी होती है। लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क और एयर कंडीशनर कमरे में रहने के कारण हमारी आंखें ड्राई हो जाती है। ढेर सारा पानी पीने से आपकी आंखों को नम रखने में मदद मिल सकती है। नम आंखे खुश आंखें हैं। वह आपकी आंखों को तनाव कम करके अच्छी तरह देखने में मदद करते हैं ।

आंखों की एक्सरसाइज

आंखों की रोशनी बेहतर रखने के लिए आंखों का एक्सरसाइज करना जरूरी है। इसके लिए दूर क्षितिज पर देखने आउटडोर एक्टिविटी में भाग लेना जरूरी है। स्टडीज में पाया गया है कि 2 घंटे बाहर खेलने और आउटडोर एक्टिविटी में शामिल होने वाले बच्चों में मायोपिया या पूअर आईसाइट की समस्या होने का खतरा कम रहता है। पेंसिल पुशअप्स जैसे आंखों के व्यायाम ,आंखों की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं और उम्र बढ़ने के साथ-साथ आंखों की रोशनी को खराब होने से बचा सकते हैं।

बैलेंस डाइट

विटामिन ए ,सी और इ ,जिनक और ल्यूटिन इंक्लूडिंग और और जेक्सैन्थिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक फैटी एसिड से भरपूर डाइट आंखों की सेहत के लिए बहुत अच्छी है। यह सूक्ष्म पोषक तत्व हरी पत्तेदार सब्जियां , गाजर ,चुकंदर ,बादाम ,अंडे ,मछली ,एवाकोड़ा ,आडू फल ,खट्टे फल औरआंवले में भरपूर मात्रा में मिलते है।

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