भारत के बढ़ते ग्रीन एनर्जी सेक्टर में उजास एनर्जी लिमिटेड सबसे बड़ी और उभरती हुई कंपनियों में से एक है। यह कंपनी रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में कई प्रोजेक्ट के आर्डर के साथ देश को ग्रीन एनर्जी के फ्यूचर की ओर लेकर जा रही है। अपने शानदार फाइनेंसियल के साथ कंपनी इन्वेस्टरों को भी बढ़िया रिटर्न दे रही है जिससे कई लोग मुनाफा कमा पा रहे हैं। इस आर्टिकल में हम कम्पनी के स्टॉक परफॉमेंस और फाइनेंशियल के बारे में बात करेंगे और इसमें इन्वेस्ट करने आपको मुनाफा होगा या नहीं।
‘उजास’ एनर्जी लिमिटेड भारत में स्टेबल सोलर एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइड करती है
‘उजास’ एनर्जी लिमिटेड भारत में स्टेबल सोलर एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइड करती है। कंपनी अपने ब्रांड ‘उजास’ के माध्यम से सोलर एनर्जी प्रोडक्ट की डेवलपमेंट , ऑपरेशन ,ओनरशिप और मेंटेनेंस में बिजली करती है। इसके कुछ प्रोडक्ट में’ उजास पार्क ‘उजास माई साइट, उजास होम और बहुत कुछ शामिल हैं। कंपनी का मार्केट कैप के समय में ₹4,491.63 करोड़ और इसका करंट शेयर प्राइस 447.85 है। शेयर ने 52 वीक का हाईएस्ट प्राइस 447.85 और लोएस्ट प्राइस 25.85 पिछले साल में शेयर ने काफी ग्रोथ दिखाई है और 9964.04% का शानदार रिटर्न दिया है। साथ ही इससे 3 साल में 16,487.04% परसेंट का रिटर्न 1 साल में 21746.34% का रिटर्न और 6 महीना में 1552 परसेंट 58% का शानदार रिटर्न दिया है।
पिछले साल इसी क्वार्टर में ₹2.90 करोड़ का लॉस हुआ था
हाल ही में उजास एनर्जी लिमिटेड ने एक बोर्ड मीटिंग करी थी जिसमें इसने 1 अनुपात 4 है इसमें पब्लिक इक्विटी शेयर होल्डरों को बोनस शेयर जारी करने की अनाउंसमेंट की फीस जारी करने की रिकॉर्ड है। डेट जल्दी है अनाउंस की जाएगी। इस योजना के तहत एलिजिबल शेयर होल्डरों को उनके द्वारा आज के समय में रखे गए। प्रत्येक चार फूली पेड इक्विटी शेयरों के लिए ₹1 का एक फूली-पेड इक्विटी शेयर प्राप्त होगा। 15 जुलाई 2024 को उजास एनर्जी लिमिटेड के बोर्ड में ₹500 करोड़ जुटाने की अप्रूवल दी थी। कंपनी फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर ,अमेरिकन डिपॉजिट रिसीट , ग्लोबल डिपॉजिट क्वालीफाई इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट या राइट्स इश्यू के जरिए यह फंड रेंज करने की प्लानिंग कर रही है। मार्च क्वार्टर में कंपनी का रेवेन्यू पिछले फाइनेंशियल ईयर के इसी क्वार्टर के ₹8.63 से कटकर 6.68 करोड़ रह गया है जोYoY 20.74% यह डिक्लाइन को दर्शाता है। कंपनी ने मार्च में ₹4.4 करोड़ का लॉस रिपोर्ट किया था जबकि पिछले साल इसी क्वार्टर में ₹2.90 करोड़ का लॉस हुआ था।