छोटे बच्चे अपनी मर्जी के मालिक होते हैं उनका जो मन करता है वह वही करते हैं उनका ना कोई उठने का समय होता है और ना ही सोने का अगर शामतआती है तो मां की आती है माँ बच्चे को सुलाती है तो कुछ बाद ही बच्चे का रोना सुन कर उठ जाती है।
ज्यादा दिक्कत तब होती है जब बच्चा सुबह के समय माँ से पहले उठ जाता है। ऐसे में माँ को समझ नहीं आता कि बच्चों को संभाले किस तरह , नींद कैसे पूरी की जाए और घर के काम बच्चों को संभालते हुए कैसे करें। अगर आपका बच्चा भी के समय आपसे पहले उठ जाता है तो उसे संभालने के लिए आप यहां बताएं कुछ तरिके को आजमा कर देख सकती है।
इन तरीकों से स्थिति को मैनेज करना आसान हो जाता है।
सुबह जल्दी उठ जाए तो उसे कैसे संभाले
बच्चों की नींद अगर जरूरत से ज्यादा पहले खुल जाती है तो हो सकता है उसे लंबीनींद लेने में दिक्कत हो रही है। ऐसे में बच्चों को ज्यादा देर तक सुलाने को इंतजाम करना जरूरी चीजों का बच्चा सोता है वहां अँधेरा रखें। हवा ज्यादा ठंडी ना हो ,बिल्कुल शोर ना हो। बच्चों को डायपर जल्दी भरने वाला ना हो। इस तरह बच्चों की लंबी नींद लेने में मदद मिल सकती है।
दिन में सुलाने से परहेज करें
जब छोटे बच्चे दिन में ज्यादा सोते हैं तो रात में नींद नहीं जरूरत नहीं होती और अगले दिन में जल्दी उठ जाते हैं इसलिए बच्चों को खुद से बार-बार सुलाने से परहेज करें। बच्चे को बहुत ज्यादा खिलाकर खिलाने या फिर पानी पिलाकर सुलाने से भी परहेज करना चाहिए। इससे भी सुबह जल्दी नींद टूटती है।
पास रखे कुछ खिलौने
अगर बच्चा 1 से 4 साल की उम्र का है तो उठने के बाद घर में धमा चौकड़ी मचाने लगता है। ऐसे में बच्चों के पास कुछ खिलौने रखकर सो जाए। इस तरह बच्चा उठकर खिलौनों से खेलना शुरू कर देगा और आपको परेशान नहीं करेगा।