बकरी की ये किस्म आपको कम समय में मालामाल कर देगी जाने कैसे करें इसकी पहचान। भारत में बकरी की कई सारी नस्ले हैं। भारत में लगभग बकरी की 20 से अधिक नस्ल देखने को मिलती है। एक मध्यम आकार की बकरी पाई जाती है जिसका पालन किसानों के द्वारा मांस और दूध के उत्पादन के लिए किया जाता है। सिरोही एक छोटे और सीमांत किसानों के लिए आपको सिरोही बकरी पालन एक जीविकोपार्जन के लिए एक अच्छा साधन होता है। आइए इस बकरी के बारे में विस्तार से जानते है।
सिरोही नस्ल की बकरी को कैसे पहचाने
सिरोही नस्ल की बकरी की एक अलग पहचान होती है। यह बकरी मध्य और बेलनाकार आकार की पाई जाती है। इस बकरी में भूरे, काले और सफेद कलर के धब्बे पाए जाते हैं। कभी-कभी यह बकरी पुरे प्रकार से एक ही रंग की होती है और इस नस्ल की बकरी के शरीर में तेज और घने बाल पाए जाते हैं। इस नस्ल की बकरी के कान मध्यम आकार और नीचे की और चपटे पत्तों के आकार के पाए जाते हैं। जिसकी पूँछ का आकार मध्यम और तेज में पाया जाता है। यह ऊपर की तरफ मुड़ा हुआ पाया जाता है । इस नस्ल की बकरियों के सींग मौजूद होते हैं। यह पीछे की तरफ मुड़े हुए होते हैं। इस बकरी को इन तरीकों से पहचाना जाता है।
सिरोही बकरी की कई विशेषताएं
सिरोही बकरी में का विशेषताएं होती है। सिरोही बकरी 1 साल में लगभग 4 से ज्यादा बच्चे दे सकती है यह बकरियां लगभग 14 से लेकर 16 महीने बच्चा देना शुरू कर देती है। उनके पूरे जीवन काल में लगभग 10 से लेकर 12 बच्चे देने की क्षमता पाई जाती है। इस बकरी का पालन मांस और दूध के लिए करते हैं। यह बकरी रोजाना 0.5 से 1.5 लीटर दूध देने की क्षमता पाई जाती है। सिरोही बकरी का मार्केट में अच्छे दामों में बेचा जाता है। सिरोही बकरी लगभग डेढ़ से लेकर 2 सालों में बेचने के लिए तैयार होते हैं। मार्केट में लगभग 25 से 35 किलो की सिरोही की बकरी की कीमत लगभग 12 से लेकर 18000 तक होती है। इन बकरियों की कीमत इनकी स्वस्थ और वजन पर पूरी तरह से निर्भर करती है।