ज्योतिष के मुताबिक , 21 जनवरी शाम 7:26 तक एकादशी की तिथि रहेगी हालांकि उद्या तिथि होने के कारण 21 जनवरी को ही एकादशी की तिथि सही है और इस दिन सुबह 8:34 से दोपहर 12:32 तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। पुत्रदा एकादशी पर सुबह 7:23 से 7:26 तक भद्रा भी रहेगी। हालांकि भद्रा का वास स्वर्ग में होगा और स्वर्ग की भद्रा का दुष्प्रभाव धरती पर नहीं होता है।
पौष मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व माना जाता है और ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से संतान की जीवन में उन्नति होती है। इतना ही नहीं अगर किसी को संतान सुख की प्राप्ति नहीं होती है तो पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से उन्हें संतान सुख की प्राप्ति भी होती है।
पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से वंश का विस्तार होता है
ऐसी मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी का व्रत रखने से वंश का विस्तार होता है और संतान में वाली सभी संकट दूर होते हैं। इस साल पुत्रदा एकादशी का शुभ मुहूर्त क्या है। और किस मुहूर्त में पूजा करने से सही फल की प्राप्ति होती है। इसके बारे में हम आपको बताते हैं। पॉश शुक्ल पक्ष एकादशी की तिथि 20 जनवरी 2024 को शाम 7:00 बजे से शुरू हो रही है।
भद्रा का वास स्वर्ग में होगा
इस बार एकादशी पर ब्रह्म मुहूर्त लग रहा है जो काफी दुर्लभ है। इस योग का निर्माण 21 जनवरी की सुबह 7:26 बजे से शाम के साथ 7:30 तक हो रहा है। इस योग में पवित्र नदियों में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है इतना ही नहीं पुत्रदा एकादशी के दिन दान धर्म का भी विशेष महत्व माना गया है और गरीब तथा साधु संत को भोजन करवाने से भी विशेष फल की प्राप्ति होती है।
कई साल तपस्या करने से भी नहीं मिलता है
ज्योतिष के मुताबिक पुत्रदा एकादशी करने से संतान को करियर में लाभ मिलता है और जो पुत्रदा एकादशी के व्रत रखते हैं वह इस लोक में पुत्र पाकर मृत्यु के बाद स्वर्ग को प्राप्त करते हैं। वह इस व्रत को रखने से जिस फल की प्राप्ति होती है वहीं कई साल तपस्या करने से भी नहीं मिलता है।