बेटियों के लिए भारत सरकार की तरफ से चलाई जा रही सुकन्या समृद्धि खाता समृद्धि योजना इस समय निवेश करने पर काफी अधिक ब्याज दर साथ में रिटर्न का लाभ दे रही है। जिन लोगों ने अपनी बेटियों के नाम से इसकी पर खाता खुलवाया है। उन बेटियों को आने वाला भविष्य सुंदर होने वाले पैसा मिलने वाला ऐसी सरकारी योजना में बेटियों के नाम से खाता खुलवाकर 15 साल तक अभिभावकों के द्वारा उनमे निवेश किया जाता है। इसके अलावा सरकार बेटियों की पढ़ाई और उनकी शादी के लिए भी इस स्कीम में से पैसे निकलने की सुविधा देती है। अगर आप हर महीने ₹1000 बेटी खाते में जमा करते हैं तो मैच्योरिटी के समय में बेटी को आसानी से साथ में सरकार से 5,54,206 रिटर्न मिल जाता है। तो फिर चलिए जानते हैं इस स्किम के बारे में डिटेल से।
निवेश करने पर बेटियों को मैच्योरिटी पर काफी अच्छी ब्याज दरों के साथ में सरकार की तरफ से लाभ दिया था
यह योजना भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही है जिसमें निवेश करने पर बेटियों को मैच्योरिटी पर काफी अच्छी ब्याज दरों के साथ में सरकार की तरफ से लाभ दिया था । इस योजना को भारत की सरकार की तरफ से’ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ‘स्कीम के अंतर्गत शुरू किया था। ताकि बेटियों का भविष्य सुनहरा और उज्जवल हो सके। इस स्कीम में भारत की सरकार ने 22 जनवरी 2015 को शुरू किया था तब से लेकर अभी तक लाखों बेटियों के नाम से खाता खुलवाकर उसमें निवेश किया जा चुका है। इस स्किम में बेटियों के नाम से 10 वर्ष तक की आयु होने तक की खाता खुलवाया जा सकता है इसलिए अगर आपने अपनी बेटी के नाम से भी अपनी खाता नहीं खुलवाया है तो आपको तुरंत इस कार्य को पूरा करना चाहिए ।
जैसा कि हमने ऊपर बताया दोस्तों की जिसकी बेटी की आयु 10 बरस होने तक खाता खुलवाया जा सकता है। इसके अलावा एक परिवार में दो बेटियों को इस योजना का लाभ सरकार की तरफ से दिया जाता है ,साथ में एक नया नियम भी लागू किया गया जिसकी तरह किसी परिवार की पहली बेटी के जन्म के बाद जुड़वा बेटियों का जन्म होता है तो तीनों बेटियों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इस योजना में बेटी का खाता भारत के रहने वाले और यहां से स्थाई निवासी ही खुलवा सकते है।
भारत में रहे शरणार्थियों को इस योजना में अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवाने की अनुमति भारत सरकार की तरफ से नहीं दी जाती है साथ में खाता खुलवाने के समय अभिभावकों को बेटी के जन्म के सभी डॉक्युमेंट पेश करने होते हैं सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने और बेटियों को भारत सरकार की तरफ से 8.2 फ़ीसदी की दर से ब्याज का लाभ दिया जाता है । इसके अलावा इस योजना की मेच्योरिटी की अवधि 21 साल की होती यानी कि आपके निवेश किया यानि की आपको निवेश केवल 15 साल तक ही करना है और उसके 6 साल बाद में जब स्कीम की मच्योरिटी का समय होगा तो रिटर्न का लाभ दिया जायेगा।
योजना में मिलने वाले लाभ
सुकन्या समर्द्धि योजना में निवेश करने के बाद में अभिभावकों को भारत सरकार की तरफ से आयकर में छूट भी दी जाती है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत अभिभावक आयकर में छूट का दावा कर सकते है। साथ में इस योजना में निवेश करने के बाद में जब भी बेटी की आयु 18 वर्ष की होगी तो इस योजना में आपने जो भी पैसा निवेश किया है उसमे से आधा पैसा आप बेटी की पढाई के लिए निकाल सकते है।
इसके आलावा दोस्तों बेटी की शादी के लिए भी सरकार की तरफ से इस योजना में नियम जोड़े गए है। जब बेटी की आयु शादी की होती है और आप बेटी की शादी कर रहे है तो योजना में निवेश की गई राशि में से आप शादी के खर्चों के लिए भी निकासी कर सकते है।
हर महीने 1 हजार का निवेश देगा लाखों में रिटर्न
अगर आप बेटी के नाम से इस योजना में हर महीने 1 हजार का निवेश कर रहे है तो आपको एक साल में इसमें 12 हजार रूपए का निवेश करना होगा। 15 साल में आपकी तरफ से दोस्तों बेटी के इस खाता में कुल 1 लाख 80 हजार का निवेश हो जाता है। इस पर मिलने वाली ब्याज दर से अगर गणना की जाती है तो मच्योरिटी के समय में सरकार की और से बेटियों को ₹5,54,206 रिटर्न दिया जाता है जो की बेटी के बहुत काम आने वाला है।