अगर आप भी किसान और बिजली कटौती के कारण अपने खेत में सिंचाई करने में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं तो आपकी समस्या का समाधान आ गया है। कई क्षेत्र बिजली की कमी , डीजल की हाई कोस्ट अन्य चुनौतियों से जूझ रहे हैं जिससे किसानों के लिए मुश्किल हो रहा है। इस समस्या का समाधान सोलर पंप लगाना है जिस देश के किसान अपने खेत में पानी और बिजली सप्लाई कर सकेंगे। ये सोलर पंप कृषि क्षेत्रों की सिंचाई के लिए सनलाइट से बिजली जनरेट करते हैं। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में उपयोगी है जहां बिजली की सप्लाई कम होती है।
बिजली की जरूरत को फ्री में पूरा कर सकते हैं
सोलर वाटर पंप के साथ बिजली बिलों का भुगतान करने की कोई आवश्यकता नहीं है और एक बार इंस्टॉल होने के बाद अपने बिजली की जरूरत को फ्री में पूरा कर सकते हैं।
एक सोलर वाटर पंप द्वारा एनर्जी द्वारा जनरेट ऑपरेट होने वाला एक पंप जिसका उपयोग कुंओ , बोरवेल और अन्य स्रोतों में पानी खींचने के लिए किया जाता है। अगर आप बिजली डीजल पर निर्भर रहने रहने के बजाय इको फ्रैंडली ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं तो सालार वाटर पंप एक बेहतरीन विकल्प है।
किसान अपने खेतों की सिंचाई के लिए इन पंपों का उपयोग आसानी से करते हैं। अपने खेत पर सोलर वाटर पंप में इन्वेस्ट करके आप उसे इंस्टॉल करके कई वर्षों तक मुफ्त बिजली का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई बिजली को कृषि के ऑफ-सीजन के दौरान के दौरान ग्रिड में वापस बेचा जा सकता है जिससे आपको वित्तीय लाभ भी मिल जाएगा।
किसान सोलर पंप खरीदने की टोटल कॉस्ट बेयर नहीं कर सक
जो किसान सोलर पंप खरीदने की टोटल कॉस्ट बेयर नहीं कर सकते उनके लिए सरकार ने पीएम किसान योजना शुरू की है जो लाभार्थियों को सब्सिडी प्रदान करती है जिससे आप कम कीमत पर सोलर पंप इंस्टॉल कर सकते हैं। सोलर वाटर पंप बिजली उत्पन्न करने के लिए सनलाइट का उपयोग करते हैं। पंप में लगी इनवर्टर बैटरी डीसी बिजली को इसी बदल देती है । सिस्टम में लगी एक मोटर कुओं या रिजर्वायर से पानी खींचती है। एक बैटरी भी होती है जो बिजली को स्टोर करती है जिससे बादल वाले दिनों या रात में भी सिंचाई जारी रह सकती है।
सोलर पम्प लगाने से बिजली और डीजल पर होने वाला खर्च कम होता है
सोलर पम्प लगाने से बिजली और डीजल पर होने वाला खर्च कम होता है। पीएम किसान योजना के तहत कृषि उद्देश्यों के लिए सोलर वाटर पंप लगाने मदद के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। सोलर पंप रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग करते हैं जो पर्यावरण के जिला अधिकारी होते हैं। पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचते हैं उसे इंस्टॉल करने के बाद आपको जीवाश्म ईंधन पर रहने की आवश्यकता नहीं है। वही इन पारंपरिक पम्पो तुलना में सोलर पंप को कम मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है।
सोलर वाटर पंपों का उपयोग करके किसान अपनी सिंचाई आवश्यकताओं को कुशलतापूर्वक मैनेज कर सकते हैं साथ ही पर्यावरणीय सस्टेनेबिलिटी में योगदान दे सकते हैं और कॉस्ट में बचत कर सकते हैं।