भारतीय सेवा के इंजीनियर ने उत्तर सिक्किम में सीमावर्ती गांवों को फिर से जोड़ने के लिए 150 फुट एक सस्पेंशन पुल बनाया है।राज्य में लगातार भारी बारिश हो रही है जिसके कारण आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि भारी बारिश से मुश्किल के बीच भी मदद के लिए हमेशा आगे रहती है। ऐसा ही कुछ सिक्किम में देखने को मिला।
त्रिशक्ति कोर के कार्मिकों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम किया और 48 घंटे से कम समय में इस पुल को तैयार किया
बता दें की त्रिशक्ति कोर के कार्मिकों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम किया और 48 घंटे से कम समय में इस पुल को तैयार किया। नीचे तेज बहाव में bahata बारिश का पानी और ऊपर अपनी जान को jokhim में डालकर sena के जवानों ने इस पैदल यात्री पुल का निर्माण कर अपनी शक्ति का बेहतरीन प्रदर्शन किया। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी गुवाहाटी के अनुसार ,निर्माण कार्य 23 जून को शुरू और बेहतर घंटे के अंदर पूरा हो गया।
सेना के अधिकारियों के अनुसार ,यह पुल लोगों की आवाजाही मैं सुविधा प्रदान करेगा और क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराएगा। इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मानसून के दौरान सिक्किम समेत पूर्वोत्तर राज्य के विभिन्न हिस्सों में होने वाली बाढ़ से निपटने की तैयारी की समीक्षा की है । नदियों में के जलस्तर में वृद्धि के कारण मानसून के दौरान कई पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्य में भारी बाढ़ आती है। सिक्किम – उत्तराखंड और कुछ अन्य राज्य भी मानसून के दौरान मुश्किलें और बारिश से जुडी अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं।