दिल्ली जैसेअन्य बड़े इलाकों में में प्रॉपर्टी का रेट लगातार हाई होते जा रहा है ऐसे में जो लोग ने लाखों प्रॉपर्टी खरीदने के बारे में विचार कर रहे हैं तो उनके लिए सपना पूरा करना मुश्किल हो गया है। आने वाले समय में प्रॉपर्टी के रेट में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। हालाँकि यहां पर पहले से प्रॉपर्टी खरीद रखी है । उनके वारे न्यारे हो गए।दिल्ली ही नहीं बल्कि नोएडा में भी प्रॉपर्टी के रेटों में उछाल देखने को मिल रहा है।
दिल्ली एनसीआर समेत कई जगहों में प्रोर्पटी के रेट उछले
दिल्ली-एनसीआर समेत कई अन्य माइक्रो मार्केट्स में भी एक फेवरेट डेस्टिनेशन के रूप में सामने आई है। यहां खासकर हाई-एंड रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की मांग काफी बढ़ गई है। नोएडा के रियल एस्टेट बाजार का यह बदलाव मुख्य रूप से बेहतर कनेक्टिविटी ,इंफ्रास्ट्रक्चर ,अपग्रेड आर्थिक गतिविधि में बृद्धि , और खरीदारों में स्ट्रांग सेंटीमेट्स की वजह से हो रहा है।
नोएडा में इस भाव मिल रही है प्रॉपर्टी
जारी किये गए डेटा नोएडा में नए लॉन्च प्रोजेक्ट की औसत कम कीमत 2019 से 5915 प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में लगभग 14950 प्रति वर्गफुट हो चुकी है ठीक इसी तरह 2BHK यूनिट्स की औसत कीमत 2019 की 5715 रुपए प्रति वर्ग फुट के हिसाब से है अभी 2024 तक 16,010 प्रति वर्ग फुट तक पहुंच चुकी है। लेकिन लगभग 180% की ग्रोथ को दर्शाती है।
3 बीएचके की यह है औसत कीमत
अगर नोएडा में 3 बीएचके यूनिट की औसत कीमत के बारे में बात करें तो 2019 में यह रेट 5225 में प्रति वर्ग से बढ़कर 2024 में लगभग 12835 रुपए प्रति वर्ग फुट हो चुकी है। अगर ग्रेटर नोएडा में नए लॉन्च प्रोजेक्ट की औसत कीमत के बारे में बात करें 2019 में 3910 रुपए प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 8610 प्रति वर्ग फुट हो चुकी है। इस हिसाब से इसमें 120% से भी ज्यादा की वृद्धि देखी गई है।
2बीएचके यूनिट्स की ये हैं औसत कीमत-
इसके अलावा अगर 2BHK यूनिट्स औसत कीमत 2019 में यहां 3537 के हिसाब से प्रॉपर्टी की मिल रही है जिसके बाद ये बढ़कर 2024 में 7855 रुपए के हिसाब से बिक रही है ठीक इसी तरह 3 बीएचके यूनिट की औसत कीमत के बारे में बात करें तो 2019 में प्रॉपर्टी 3675 में प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 8600 प्रति वर्ग फुट हो चुकी है।
इन घरों की संख्या हुई कम
2019 में 11379 यूनिट्स घर नोएडा में अनबिके रह गए लेकिन 2024 में संख्या घटकर 4,745 यूनिट तक हो गई है। इसी तरह ग्रेटर नोएडा में भी के हाउसिंग इन्वेंटरी 2019 के 30,924 यूनिट्स को घटकर 2024 में 9953 यूनिट्स हो गयी। माना जा रहा है कि पिछले 5 सालों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा की विकास कोउभारने के लिए मैच्योर रियल एस्टेट हब बनने तक का सफर तय किया है।
जेवर हवाई अड्डे की वजह से रेट बढ़े
हाल में जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक ,नोएडा और ग्रेटर नोएडा में चल रही मेट्रो लाइन और एक्सप्रेसवे का विस्तार होने की वजह से रियल एस्टेट को भी बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा की बुनियादी राज्य में विकास करने और खरीदारों की बदलती प्राथमिकताओं की वजह से सरकार द्वारा यह बड़े बदलाव किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और आगामी जेवर हवाई अड्डे की वजह से यहां पर प्रीमियम इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स बढ़ रहा है ताकि जो की खरीदारों को आकर्षित कर रहा है और यहां पर प्रॉपर्टी के रेट में उछाल देखने को मिल रही है।
प्रॉपर्टी के दाम बढ़ने के यह भी हैं कारण-
इंवेस्टोएक्सपर्ट के विशाल रहेजा ने बताया कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और यमुना एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले फिल्म सिटी प्रोजेक्ट जैसे प्रोजेक्ट्स के चलते यह एरिया मनोरंजन और बिजनेस हब के रूप में उभरने की संभावना है। इसके अलावा, नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन और इसे जेवर हवाई अड्डे तक विस्तार करने की योजना से इन शहरों का आकर्षण बढ़ने की संभावना है।