प्रधानमंत्रीविश्वकर्मा योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण initiative है जिसका उद्देश्य देश के कारीगरों और शिल्पकारों का वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करें। यह योजना 17 सितंबर 2030 को लॉन्च की गई थी और उसका मुख्य उद्देश्य और नागरिकों को समर्थन देना जो अपने हाथों और औजारों की मदद से काम करते हैं।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक केंद्रीय क्षेत्र योजना है जो कार्यक्रमों को समग्र समर्थन प्रदान करती है। यह योजना 18 पारंपरिक व्यवस्था में लगे कार्यक्रमों को शामिल करती है जिनमेंबढ़ई, नाव निर्माता, हथियार निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सोनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता, गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला बनाने वाला, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल निर्माण में लगे कारीगर शामिल हैं।
पात्रता
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड है।
व्यवसाय – कारीगर या शिल्पकार को 18 निर्दिष्ट पारंपरिक व्यवस्था में से किसी एक में लगे होना चाहिए।
आयु: आवेदक की आयु 18 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।
व्यवसाय में सक्रिय –आवेदक को पंजीकरण के समय अपने व्यवसाय में संक्रिय होना चाहिए।
पिछले लाभ -आवेदक को पिछले 5 वर्षों में PMEGP, PM SVANidhi, या Mudra जैसी केंद्र या राज्य सरकार की किसी भी योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए।
परिवार का एक सदस्य – केवल एक परिवार के सदस्य , जिसमे पति पत्नी और उनके बच्चे भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
सरकारी कर्मचारी -सरकारी कर्मचारियों के परिवार के सदस्य इस योजना के लिए पात्र नहीं है।
लाभ न मिलने के कारण और समाधान
कुछ मामला में लाभार्थी योजना के लाभों से वंचित हो सकते हैं। यहाँ कुछ सामान्य कारण और उनके समाधान हैं।
पात्रता मानदंडों की कमी
कारण – यदि आवेदक पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करता है तो उसे योजना का लाभ नहीं मिलेंगे।
समाधान -आवेदक को सुनिश्चित करना चाहिए सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करता है यदि कोई कमी है तो उससे पहले पूरा कर लेना चाहिए।
दस्तावेज की कमी
कारण -यदि ावस्जिक दस्तावेज पूरे नहीं है तो आवेदन अस्वीकृत हो सकता है।
समाधान -आवेदक को सुनिश्चित करना चाहिए कि सभी आवश्यक दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड ,व्यवसाय प्रमाण पत्र अन्य व्यक्तिगत का जानकारी केदस्तावेज ,पुरे और सही है।
तकनीकी समस्याएं
कारण: ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया में तकनीकी समस्याएं आ सकती हैं।
समाधान: ऐसे मामलों में, आवेदक को अपने नजदीकी CSC या ग्राम पंचायत विभाग से संपर्क करना चाहिए और तकनीकी सहायता लेनी चाहिए।