बजट में बच्चों की पेंशन के लिए नई पहल की घोषणा की गई है। बच्चों के नाम पर नेशनल पेंशन स्कीम में निवेश का विकल्प दिया गया और एक नई योजना की घोषणा की गई। इसका नाम ‘एनपीएस वात्सल्य योजना ‘ रखा गया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को इस योजना को लांच किया है। इस योजना के तहत माता-पिता अपने बच्चों की भविष्य को सुरक्षित करने के लिए धनराशि जमा कर सकेंगे। बच्चों के 18 साल का होने के बाद या डिफ़ॉल्ट रूप से एनपीएस में बदल जाएगा।
यहां जानते इस योजना की तहत पूरी जानकारी
बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने वाली इस योजना के तहत निवेश और पेंशन अनुसंधान के लिए आसान विकल्प उपलब्ध है। इस योजना के तहत सालाना आधार पर 1000 रुपए से निवेश शुरू किया जा सकता है। आप चाहे जितना निवेश कर सकते हैं। जमा की गई राशि पर चक्रवर्ती ब्याज मिलता है जिससे बच्चों की भविष्य के लिए बड़ी राशि जमा की जा सकती है।
पीएफआरडीए द्वारा संचालित यह दीर्घावधि एनपीएस वातसल्य योजना एनआरआई सहित सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुली है। नाबालिगों की कानूनी विभाग भी एनपीएस बात से लेकर खाता खोल सकते हैं। पात्रता के तहत 18 वर्ष से कम आयु के नाबालिग जिनके पास पैन कार्ड है वह इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
शर्ते
इस योजना के तहत निवेश किए गए पैसे को 3 सालकी लॉक-इन अवधि के बाद अधिकतम तीन बार निकाला जा सकता है। सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया की वेबसाइट के अनुसार शिक्षा ,गंभीर बीमारियों ,विकलांगता के लिए 3 साल की लोक इन अवधि के बाद योगदान का 25% तक तीन बार निकाला जा सकता है । ढाई लाख रुपए से अधिक की राशिफल 80% राशि का उपयोग वार्षिक खरीदने के लिए किया जाता है जबकि 20% एक मुस्त के रूप में निकाला जा सकता है। वहीं, 2.5 लाख रुपये या उससे कम की राशि एक बार में निकाली जा सकती है।
NPS वातसल्य खाते प्रमुख बैंकों ,इंडिया पोस्ट पेंशन फंड आदि में मौजूद पॉइंट्स ऑफ़ प्रजेंस का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ई-एनपीएस के जरिए खोले जा सकते हैं। आईसीआईसीआई बैंक ने बताया कि उसके NPS के तहत कुछ बच्चों के खाते पंजीकृत करके इस योजना कीशुरुआत की है।