भारतीय सड़कों पर गाड़ी चलाते समय कुछ दूरी तय करने के बाद लोगों को टोल टैक्स देना पड़ता है। बिना टोल टैक्स दिए हुए गए भी व्यक्ति टोल प्लाजा से अपनी गाड़ी को आगे नहीं ले जा सकता है। हालांकि टोल टैक्स देने के लिए पहले लोगों को कैश पेमेंट करना पड़ता था फिर उसके बाद फास्टैग के नियम लगाया गया था ताकि लोगों के समय को बचाया जा सके और अब rbi की तरफ से एक नया नियम जारी कर दिया गया जिसकी वजह से किसी भी वाहन चालक को टोल प्लाजा पर खड़े होने की जरूरत नहीं है। यहां जानते है RBI के नए नियम के बारे में।
फास्टैग क्या है
दरअसल ये एक तरिके का स्टिकर होता है जो गाड़ी के आगे शीशे में लगाया जाता है। वैसे फास्ट टैग रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी पर काम करता है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से टोल प्लाजा पर लगे हुए कैमरे स्टीकर को स्कैनकर टोल प्लाजा तक की दूरी तय करने के बीच जो कीमत तय की जाती है उसे अपने आप काट लेते हैं और लोगों को आगे बढ़ाने की अनुमति देते हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक ने फास्ट टैग और NCMC कार्ड को ई-मेंडेट में शामिल कर दिया है। इस सिस्टम की मदद से अगर सड़क पर चलते हुए लोगों की खाते में पैसे कम हुआ तो उनको बैंक अकाउंट से पैसे निकालकर यहां पर सेट कर दिया जाएगा ताकि उनका समय ना खराब और लोग फास्ट टैग में अपना समय बर्बाद ना करें।