किसो की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं। इस काम में बजट के साथ यह राज सरकार भी नई नई योजनाए ला रही है। इस कड़ी में सरकार की ओर पशुपालन किसानों को आय बढ़ाने और प्रदेश में दोनों उत्पादन की वृद्धि को लेकर दूध में प्रति लीटर सब्सिडी के देने का ऐलान किया। पशुपालन किसानों को यह सब्सिडी दुग्ध उत्पादन प्रोत्साहन योजना के तहत दी जाएगी। इस योजना के तहत परिवार के सदस्यों को प्रोत्साहन राशि का वितरण किया गया। इसके तहत इन पशुपालक किसानों को 15 अगस्त स्वाधीनता दिवस पर अप्रैल में दो और जून 2024 के लिए 15 करोड़ 59 लाख रुपए की दूध की सब्सिडी जारी की है।
अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को दूध पर ₹5 प्रति लीटर सब्सिडी दी जाती थी
बता दे की पहले डेयरी से जुड़े अंत्योदय परिवारों के सदस्यों को दूध पर ₹5 प्रति लीटर सब्सिडी दी जाती थी जिसे बढ़ाकर ₹10 प्रति लीटर कर दिया गया है।
हरियाणा सरकार ने केंद्र परिवारों के सदस्यों को दूध पर सब्सिडी की राशि को बढ़ाकर ₹5 से बढ़कर ₹10 प्रति लीटर कर दिया। यह प्रोत्साहन राशि दुग्ध संघ द्वारा दी जा रही दूध की कीमत की अतिरिक्त होगी यानी सब्सिडी का भुगतान किसानों को राज्य सरकार अपने बजट में करेगी। यह राशि सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। इसके लिए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 100 करोड रुपए का प्रावधान किया गया है।
मुख्य मुख्यमंत्री उत्पादन प्रोत्साहन योजना के तहत दूध पर सब्सिडी के लिए कुछ पात्रता शर्तें निर्धारित की गयी है। जो इस प्रकार से है।
पशुपालक किसान हरियाणा का स्थाई निवासी होना चाहिए। अन्य राज्य किसान योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
पशुपालन किसानअंत्योदय परिवार का सदस्य होना चाहिए।
पशुपालन किसान की वार्षिक 1 पॉइंट 80 लाख रुपए से कम होना चाहिए ।
मुख्यमंत्री दूध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत 2022-23 में 32 करोड़ 51 लाख रुपए दिए गए। वही साल 2023- 24 में विद्युत उत्पादक किसानों का 39 करोड़ से 37 लाख की सब्सिडी दी गई है। इस योजना के तहत साल 2024 25 के दौरान सब्सिडी की सीमा को 6 माह से बढ़कर 1 साल तक कर दिया गया जिसका लाभ दूध उत्पादक किसानों को होगा।