जीरो एमिशन और ग्रीनर मोबिलिटी को बढ़ावा देते हुए मौजूदा समय में Electric कार को भारी संख्या में खरीदा जा रहा है। टाटा मोटर्स देश की सबसे ज्यादा बेचने वाली कार बनी हुई है। इसके साथ एमजी और वोल्वो जैसी कार मेकर ने भी कई Electric Product पेश किये है। बाजार में ईवी की संख्या बढ़ाने के साथ इ -वाहनों की प्रति कस्टमर्स की धारणा सकारात्मक रूप से बदल रही है।
हालांकि Electric वाहन को कैसे चार्ज किया जाए और बैटरी से अच्छी रेंज कैसे प्राप्त की जाए इसके बारे में कुछ युक्तियां उपलब्ध है।
बैटरी को चार्ज करते समय किन कामों को नहीं करना चाहिए।
ओवर चार्जिंग से बचे
ओवर चार्जिंग से इवी बैटरी की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। यह बैटरी चार्ज करते समय से 100% तक चार्ज करने से बचे। अधिकांश EV में पाई जाने वाली लिथियम आयन बेटरियाँ 30 -80 प्रतिशत चार्ज रेंज में सबसे अच्छा काम करती है। बैटरी को लगातार उसकी पूरी क्षमता तक चार्ज करने से बैटरी पर दबाव पड़ता है। इसलिए बैटरी को हमेशा 80% तक चार्ज करने का प्रयास करें।
बैटरी को ड्रेन आउट ना करें
कभी भी बैटरी को पूरी तरह खत्म ना करें। क्योंकि इसके उसके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। जब चार्ज लगभग 20 फीसदी हो जाए तो इसे चार्ज करने का प्रयास करें। लिथियम आयन बैट्रियां गहरे डिस्चार्ज या ड्रेन आउट की वजह से जल्दी खराब हो जाती है।
बार-बार चार्ज ना करे
यह एक गलती है जो कई EV मलिक करते हैं। बैटरी को बार-बार चार्ज करने से बैटरी का जीवनकाल KM हो जाता है। जबकिईवी बैटरी स्वाभाविक रूप SE खराब होने के लिए बाध्य है। इसे बार-बार चार्ज करने के लिए खराबी जल्दी हो जाएगी।
ट्रिप के तुरंत बाद चार्ज ना लगाए
मोटर को बिजली की आपूर्ति करते समय लिथियम आयन बैट्रियां अधिक गर्मी पैदा करती है। कम से कम 30 मिनट ठंडा होने के बाद बैटरी को चार्ज करना हमेशा सुरक्षित रहता है। EV चलाने के तुरंत बाद बैटरी को चार्ज में ना लगाए क्योंकि इससे वाहन की थर्मल समस्या बढ़ जाती है।