अगर आप लंबे समय तक निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो आप म्युचुअल फंड की एसआईपी में निवेश करने की सोच सकते हैं। वैसे लंबी अवधि तक मोटा फंड इकट्ठा करने का काफी अच्छा उदाहरण HDFC ELSS Tax Saver स्कीम हैं। जानकारी के मुताबिक ,hdfc ने इस स्कीम को लांच किया था तब उसे समय जिन जिन निवेशकों ने इसमें निवेश किया था वह अब करोड़पति बन गए। दरअसल इस स्कीम को इसलिए लॉन्च किया गया था कि मिलने वाले ब्याज पर टैक्स छूट मिल सके। परंतु जिन लोगों ने इसमें अपने पैसे डिपाजिट किए थे उन लोगों को काफी शानदार मुनाफा हासिल हुआ है। AMC वेबसाइट के अनुसार अगर आप इसमें 1 लाख रुपए 1 साल पहले निवेश किए होते। तो आपको 31 जुलाई 2024 तक 1.45 लाख रुपए तक का फंड मिला होता।
आपने 1 साल पहले एक लाख जमा किए होते तो आपको काफी तगड़ा मुनाफा मिलता
जैसे की हमने आपको ऊपर बताया कि आपने अगर आपने 1 साल पहले एक लाख जमा किए होते तो आपको काफी तगड़ा मुनाफा मिलता यानि की लगभग 45000 तक का लाभ मिला होता मतलब कि अगर आप सही जगह पर निवेश निवेश करते हैं तो आपको काफी तगड़ा रिटर्न मिल सकता है। अगर वही आप 3 साल पहले HDFC ELSS Tax Saver ₹100000 निवेश किए होते तो आपको इन तीन साल में 26 पॉइंट 62% तक का रिटर्न मिलता है यानी कि मौजूदा समय में आपको 23000 रुपए तक का फायदा मिल गया होता।
आप देख सकते हैं की लंबी अवधि के लिए निवेश करने पर आपके पैसे कितनी तेजी से बढ़ते हैं। वही 5 साल की अवधि तक निवेश करने की होती तो आपको न्यूनतम 2 लाख 74000 तक का लाभ मिलता है अगर आप सुरक्षित पैसे निवेश करना चाहते हैं तो इसमें कर सकते हैं। अगर आप निवेश करने पर बंपर रिटर्न हासिल करना चाहतेहै तो इसके लिए आपको म्युचुअल फंड स्कीम का सही तरीके से चुनाव करना जरूरी है। सबसे पहले आपको अपने वित्तीय लक्ष्य को समझना होगा। इसके अलावा आपको जोखिम उठाने की तैयार होना है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक ,कुछ ऐसेनिवेशक भी है जो उचच जोखिम लेते है। और अधिक रिटर्न की उम्मीद करते हैं।
उनका रिटर्न के रूप में 3 करोड़ 41 लाख रुपए मिलते हैं
करते हैं वैसे आपको बता देंगे अगर आप सही म्युचुअल फंड सुनना चाहते हैं तो आपको म्युचुअल फंड के किसी भी स्कीम में पैसे जमा कर सकते हैं। वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दें कि HDFC ELSS Tax Saver सर्विस स्कीम को 31 मार्च 1996 को लांच किया गया था। यदि किसी व्यक्ति ने इस साल इसकी में ₹100000 जमा किए होते तो आज उनका रिटर्न के रूप में 3 करोड़ 41 लाख रुपए मिलते हैं।