जमीन या प्लाट खरीदना एक बड़ा निवेश होता है। इसलिए जरूरी है कि आप सावधानी से जमीन की जांच करें उसे निश्चित करें कि वह असली है। कई बार लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन बेचने की कोशिश करते हैं। ऐसे me अगर आप सावधानी बरतते तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप खतौनी और अन्य दस्तावेजों की मदद से जमीन की जांच कर सकते हैं।
जमीन की जांच करना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आप फर्जीवाड़ी से बच सकते हैं। कई बार एक ही जमीन को कई लोगों को बेच दिया जाता है या फिर सरकारी जमीन को निजी कहकर कर बेचा जाता है इसलिए जमीन खरीदने से पहले उसके दस्तावेजों का की अच्छी तरह से जाँच कर लेनी चाहिए इससे आपके पैसे और समय बचत कर सकते हैं।
प्लाट जमीन की जांच क्यों जरूरी है।
फर्जीवाड़े से बचाव -कई बार लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन बेचने की कोशिश करते हैं। जांच करने से आप ऐसे फर्जीवाड़ी से बच सकते हैं।
कानूनी विवादों से बचाव -अगर जमीन पर कोई विवाद चल रहा है तो उसे खरीदने से आप भी इस बाद में फंस सकते हैं। जांच करने से आप ऐसे विवादों से बच सकते हैं।
सही मालिक की पहचान -जांच करने से आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं की जमीन बेचने वाला व्यक्ति उसका सही मालिक है ।
जमीन की स्थिति का पता -जहां से आपको जमीन की वर्तमान स्थिति का पता चल जा सकता है जिससे की ये किसी बैंक में गिरवी रखी गई है भविष्य के झगड़े से बचाव -अच्छी तरह से जांच करने से आप भविष्य में होने वाली किसी भी विवाद या कानूनी झगड़े से बच सकते हैं।
खतौनी क्या है इसकी जाँच कैसे करे
खतौनी एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जमीन के मालिक और उसके विवरण की जानकारी देता है। यह दस्तावेज राजस्व विभाग द्वारा जारी किया जाता है।
जमीन का खसरा नंबर
जमीन का क्षेत्रफल
जमीन के मालिक का नाम
जमीन का वर्गीकरण (कृषि, आवासीय, व्यावसायिक आदि)
जमीन पर लगने वाला लगान या टैक्स
खतौनी की जांच करने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं।
अपने राज्य की भूलेख पोर्टल पर जाएं।
वहां दी गयी जानकारी जैसे जिला ,तहसील ,गांव और खसरा नंबर भरे।
जानकारी भरने के बाद आपको खतौनी की कॉपी मिल जाएगी।
इस कॉपी में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े और जांचे।
रजिस्ट्री की जांच कैसे करे
रजिस्ट्री जमीन के कानूनी स्वामित्व की सबूत होती है। एक महत्वपूर्ण दस्तावेज की जांच करना बहुत जरूरी है। रजिस्ट्री की जांच के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं।
सब रजिस्ट्रार कार्यालय जाये –जहां जमीन स्थित है उसे क्षेत्र की सब रजिस्टर कार्यालय में जाये।
रजिस्ट्री की कॉपी मांगे – वही जमीन की रजिस्ट्री की प्रमाणित कॉपी के लिए आवेदन करें।
रजिस्ट्री की जांच करें – रजिस्ट्री में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़े इसमें जमीन का विवरण ,मलिक का नाम और लेनदेन की तारीख जैसी जानकारी होगी।
पिछले रजिस्ट्री की जांच करें -अगर संभव हो तो पिछली रजिस्ट्री की भी जांच करें इससे आपको जमीन की स्वामित्व का पूरा इतिहास पता चल सकेगा।
ऑनलाइन जांच करें -कई राज्यों में अब रजिस्ट्री की जानकारी ऑनलाइन भी उपलब्ध है आप अपने राज्य की सभी रजिस्ट्रेशन विभाग को वेबसाइट पर जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
नक्शा और सीमाओं की जांच
जमीन के नक्शे और उसकी सीमाओं की जांच करना भी बहुत जरूरी है। इससे आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि जो जमीन आपको दिखाई जा रही है, वही जमीन दस्तावेजों में दर्ज है। नक्शे की जांच के लिए आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं
राजस्व विभाग से नक्शा प्राप्त करें
नक्शे में दी गई जानकारी की जांच करें
मौके पर जाकर जांच करें
जमीन की सीमाओं के आकार की जांच करें।
पड़ोसियों से पूछताछ करें।
सर्वेयर लड़की मदद ले।