Heritage Hotels India: भारत एक ऐसा देश है जो न केवल अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है। बल्कि विरासत स्थलों और राजसी होटलों के लिए भी दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यहां के कुछ ऐतिहासिक होटल ऐसे हैं, जो 100 साल से भी ज्यादा पुराने महलों और हवेलियों को आधुनिक रूप देकर बनाए गए हैं। आज भी ये होटल अपने मेहमानों का उसी शाही अंदाज में स्वागत करते हैं।
राज पैलेस, जयपुर (1727)
जयपुर का राज पैलेस 727 में बनवाया गया था और यह भारत का सबसे पुराना हेरिटेज पैलेस होटल माना जाता है। पहले यह एक शाही निवास था। जिसे बाद में एक होटल में बदल दिया गया। यहां की भव्य वास्तुकला, रंगीन चित्रकारी और पारंपरिक आंगन इसे खास बनाते हैं।
- किराया: ₹17,000 से ₹4,00,000 प्रति रात तक
- विशेषता: 300 साल पुरानी विरासत, शाही अनुभव, भव्य सुइट्स
बृजरामा पैलेस, वाराणसी (1812)
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित बृजरामा पैलेस को 1812 में बनवाया गया और 1990 के दशक में इसे हेरिटेज होटल में बदल दिया गया। यह होटल खासकर उन लोगों के लिए आदर्श है, जो आध्यात्म और आराम दोनों की तलाश में वाराणसी आते हैं।
किराया: ₹26,000 प्रति रात से शुरू
विशेषता: गंगा घाट के पास, लग्जरी सुविधाएं, प्राचीन शिल्पकला
ताज महल पैलेस, मुंबई (1903)
ताज महल पैलेस, मुंबई का सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक होटल है। जिसकी स्थापना 1903 में हुई थी। गेटवे ऑफ इंडिया के सामने स्थित यह होटल, भारतीय आतिथ्य परंपरा का प्रतीक माना जाता है। यह भारत का पहला लग्जरी होटल था।
- किराया: ₹19,000 प्रति रात से शुरू
- विशेषता: सी-फेसिंग व्यू, ऐतिहासिक गौरव, विश्वस्तरीय सेवा
ललिता महल पैलेस, मैसूर (1921)
मैसूर, कर्नाटक में स्थित ललिता महल पैलेस, 1921 में महाराजा के लिए बनाया गया था। इसकी बनावट में यूरोपीय और मुगल वास्तुकला का अद्भुत समावेश देखने को मिलता है। बाद में इसे एक विरासती होटल में बदल दिया गया।
- किराया: ₹4,000 से शुरू
- विशेषता: शाही भोजन, ऐतिहासिक इंटीरियर, शांत वातावरण
द इम्पीरियल, नई दिल्ली (1931)
नई दिल्ली के द इम्पीरियल होटल का निर्माण 1931 में हुआ था। इसकी एडवर्डियन और विक्टोरियन शैली की वास्तुकला और शानदार सजावट इसे खास बनाती है। यह होटल राजनीतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक आयोजनों का भी केंद्र रहा है।
- किराया: ₹13,000 प्रति रात से शुरू
- विशेषता: क्लासिक इंटीरियर्स, आर्ट गैलरी, म्यूजियम जैसी सजावट
इन होटलों में क्यों ठहरें?
इन सभी होटलों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये सिर्फ ठहरने की जगह नहीं। बल्कि एक अनुभव हैं। यहां रुकना मतलब शाही जीवनशैली, इतिहास से जुड़ाव और भव्यता का जीवंत अनुभव करना है।
- ये होटल उन यात्रियों के लिए हैं जो लक्जरी और इतिहास का संगम चाहते हैं।
- इनमें से कई होटल UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स के पास स्थित हैं।
विरासत को सहेजते ये होटल
इन ऐतिहासिक होटलों की सबसे बड़ी भूमिका यह है कि इन्होंने भारत की प्राचीन वास्तुकला, संस्कृति और मेहमाननवाजी को जीवित रखा है। ये न सिर्फ विदेशी मेहमानों को आकर्षित करते हैं। बल्कि देशी पर्यटकों को भी शाही अनुभव का मौका देते हैं।