भारत सरकार द्वारा देश के महिलाओं सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए Solar Aata Chakki Yojana योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को मुफ्त में चलने वाले आटा चक्की उपलब्ध करवाई जा रही है । इससे न केवल महिलाओं का समय बचेगा बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सकेगा ।
सोलर आटा चक्की योजना एक ऐसी योजना है। जिसके तहत सरकार गरीब और निम्न आय वर्ग की महिलाओं को मुफ्त में सोलर आटा चक्की उपलब्ध कराती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य है देश की महिलाओं को सशक्त बनाना है और सोलर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत महिलाओं को सोलर आटा चक्की मुफ्त में दी जाएगी, जिसकी बाजार में कीमत करीब 20000 से ₹25000 होती है। यह आटा चक्की सोलर ऊर्जा से चलेगी इससे बिजली की बचत होगी। महिलाओं को इस मशीन की मदद से आटा पीसने के लिए बिजली पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
मुफ्त सोलरआटा की योजना के लिए पात्रता
केवल महिलाएं इस योजना में आवेदन कर सकती है। जिन महिलाओं का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। वह इस योजना के लिए पात्र है जिन महिलाओं की परिवार गरीबी रेखा से नीचे आते हैं वह भी इसी योजना का लाभ ले सकती ह। अगर परिवार की सालाना आय ढाई लाख रुपए से कम है तो यह महिला इस योजना में आवेदन कर सकती है अगर परिवार की मुखिया महिला है और वह गरीब है तो वो इस योजना के लिए पात्र मानी जाएगी।
मुफ्त सोलर आटा चक्की योजना के लाभ
हाथ से आटा पीसने में काफी समय लगता है। सोलर आटा चक्की से यह काम आसान और तेज़ हो जाता है, जिससे महिलाएं के पास घर के पास अन्य कामों के लिए ज्यादा समय मिल जाएगा।
हाथ से आटा पीसने और महिलाओं की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। सोलर आटा चक्की शारीरिक मेहनत कम हो जाती है जिससे महिलाओं की सेहत बेहतर होती है।
सोलर आटा चक्की मिलने से महिलाएं आत्त्मनिर्भर बन सकती है। घर में ही आटा पीसकर अपनी ज़रूरतें पूरी कर सकती है और अतिरिक्त आटा बेचकर भी कुछ पैसे कमा सकती है।
सोलर आटा चक्की मिलने से महिलाओं का समाज से सम्मान बढ़ता है उन्हें आत्मनिर्भर सक्षम माना जाता है।