मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहन योजना की सफलता को देखतेहुए अब अन्य सरकार भी इस तरह की योजनाएं शुरू कर रही है। अपने यहां भी इस तरह शुरू कर रहे है। इस क्रम में महाराष्ट्र में मांझी लड़की बहन योजना, छत्तीसगढ़ महतारी वंदना योजना ,झारखंड में मुख्यमंत्री माइयाँ सम्मान योजना चलाई जा रही है। इस कड़ी में बिहार सरकार की ओर से राज्य की तलाकशुदा ,विधवा महिलाओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया।
बिहार सरकार की ओर से सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत राज्य की विधवा औरतें महिलाओं को हर महीने चार हजार रुपए देने का ऐलान किय। इसके अलावा 18 साल से कम उम्र के उन बच्चों को बिहार हर महीने वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी जिनके सर से उनकी माता-पिताका साया उठ चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा इस योजना के ऐलान को लेकर माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने विधानसभा 2025 को लेकर इस योजना की प्लानिंग की है।
सामाजिक सुरक्षा योजना बिहार का लाभ राज्य की ऐसी महिलाओं को दिया जाएगा जिनके पति की मौत हो चुकी है।
योजना का लाभ तलाकशुदा महिला को मिल सकेगा।
इस योजना का लाभ 18 साल की कम उम्र के बच्चों को दिया जाएगा जिनके सर से पिता का साया उठ चुका है।
योजना के लिए पात्रता संबंधित नियम व शर्तें।
लाभार्थी महिला इसके बच्चे बिहार के राज्य की स्थाई निवासी होने चाहिए।
इस योजना के में राज्य की गरीब व जरूरतमंद परिवार की महिला व उसके बच्चे पात्र होंगे।
यदि बच्चे की बताइए की मृत्यु हो गई है और वह अपनी मां के साथ रहते हैं तभी इसी योजना का लाभ दिया जाएगा।
योजना के लिए परिवार पर पात्र होंगे जिनकी सालाना इनकम शहरी क्षेत्र से 95 हजार रुपए और ग्रामीण क्षेत्र 75000 से कम होनी चाहिए।
जो महिला तलाकशुदा है इस योजना का लाभ परिवार की एक मां और अधिकतम उसके दो बच्चों को प्रदान किया जाएगा।
जो महिला तलाकशुदा उसके बच्चे उसके पास रहते हैं वह और उसकी अधिकतम दो बच्चे उसका लाभ उठा सकते हैं।
जिन बच्चों की माता-पिता दोनों का निधन हो गया उन बच्चों को भी योजना का लाभ दिया जाएगा।
योजना में कैसे करें आवेदन
सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत शुरू की गई इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको जिले के बाल संरक्षण इकाई के ऑफिस में जाना होगा।
यहां योजना से संबंधित आवेदन फार्म लेना होगा।
अभी इस आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारी सही से बनी होगी।
अभी से आवेदन फार्म के साथ दस्तावेज अटैच करना होगा।
इसे पूर्ण रूप से भरे ,इसके बाद आवेदन फार्म को जहां से आपने लिया है वहीं पर इसे जमा कर दे।
आवेदन मिलने के बाद अधिकारी खुद बच्चे की घर जाकर जानकच करेंगे कि बच्चे की वास्तविकता में आर्थिक सहायता की आवश्यकता है या नहीं।
यदि सब कुछ सही पाया गया था इस योजना के तहत लाभार्थी बच्चे उसकी मां के संयुक्त खाते में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।