केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसे लाखों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने वित्तीय वर्ष 2023 -24 के लिए पीएफ ब्याज दर को 8 पॉइंट 15 परसेंट से बढ़कर 8 पॉइंट 25 कर दिया है। यह वृद्धि न केवल कर्मचारियों की बचत को बढ़ाएगी बल्कि उनकी वित्तीय सुरक्षा को भी मजबूत करेगी।
ब्याज दर वृद्धि की घोषणा
फरवरी 2023 मेंEPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ ट्रस्टीज ने ब्याज दर में वृद्धि का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय ने हाल ही में मंजूरी दी है और इसकी घोषणा गुरुवार को ईपीएफओ की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक के माध्यम से की गई ऐप होने अपने पोस्ट में लेकर वित्त मंत्रालय ने 8 पॉइंट 25% की दर से वार्षिक ब्याज दर की मंजूरी दे दी है।
ब्याज दर का महत्व
ईपीएफओ द्वारा ब्याज दर में की गई वृद्धि महत्वपूर्ण है क्योंकि यह करोड़ो कर्मचारियों के बचत और भविष्य निधि को प्रभावित करती है। ईपीएफ खाते पर मिलने वाला ब्याज हर साल 31 मार्च को जोड़ा जाता है। वर्तमान में ईपीएफओ के तहत लगभग 7 करोड़ कर्मचारी पंजीकृत है जो प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत है।
ब्याज दर तिमाही आधार पर नहीं
ईपीएफओ ने ये भी स्पष्ट किया है कि ब्याज दर तिमाही आधार पर घोषित नहीं की जाएगी ब्याज दर का खुलासा वार्षिक आधार पर ही किया जाएगा । यह निर्णय ईपीएफओ की नीति में स्थिरता और पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए लिया गया है।
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) क्या है?
ईपीएफ एक महत्वपूर्ण बचत योजना है जो प्राइवेट सेक्टर में कार्यरत कर्मचारियों के लिए होती है। इसमें कर्मचारी और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं और यह राशि रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को एक मुस्त दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है।
बढ़ती हुयी ब्याज दर का लाभ
ब्याज दर में इस वृद्धि का सीधा लाभ कर्मचारियों को मिलेगा। इससे उनकी बचत में वृद्धि होगी । रिटायरमेंट के बाद उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। उदाहरण के लिए यदि किसी कर्मचारी के खाते में ₹100000 है तो 8.15% की तुलना में 8 पॉइंट 25% ब्याज दर पर से अधिक ब्याज मिलेगा।
EPFO का भविष्य
EPFO ने अपनी नीतियों और योजनाओं में लगातार सुधार करते हुए कर्मचारियों के हित में निर्णय लिए हैं। भविष्य में भी EPFO इस तरह के सुधार और घोषणाओं के माध्यम से कर्मचारियों के वित्तीय हितों की रक्षा करने का प्रयास करेगा।