परियोजना पर तेजी से प्रगति के साथ भारत में बुलेट ट्रेन चलाने का सपना जल्दी ही हकीकत बनने जा रहा है । पहली बुलेट ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलेंगी। इस उद्देश्य के लिए एक समर्पित बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक ,यह कॉरिडोर 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगाआइए जानते हैं इस दौरान बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है।
स्थिति
बुलेट ट्रेन परियोजना की भविष्य दर्शाएगी की 2 जुलाई 2024 तक।
सभी सिविल अनुबंध गुजरात और महाराष्ट्र के लिए प्रस्तुत किए गए हैं।
190 किलोमीटर वायाडक्ट और 321 किमी पियर का काम समाप्त हो गया है।
गुजरात ,डीएनएच और महाराष्ट्र में 100% जमीन का अधिग्रहण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।
निर्माण सुविधाओं का पूरी तरह कार्यात्मक उपयोग करता
मुंबई ,अहमदाबाद , बुलेट ट्रेन परियोजना में जेपानी शिंकानसेन ट्रैक प्रणाली पर आधारित गिट्टी रहित ट्रेक की बजाय जे स्लेब ब्रेक प्रणाली का उपयोग होता है। भारत में जीएस सिलेबस ट्रैक सिस्टम का पहली बार प्रयोग किया जा रहा है जो आधुनिक ट्रैक स्लेब निर्माण सुविधाओं का पूरी तरह कार्यात्मक उपयोग करता है।
सूरत और वडोदरा में 35000 मेट्रिक टन से अधिक जेआईएस रेल के निर्माण मशीनरी की तीन सीट मिली है।
गुजरात में वलसाड में जरौली गांव के पास 350 मीटर लंबी पहाड़ी सुरंग निर्मित कर ली गई है।
सूरत ,आनंद और वडोदरा में 70 मीटर 100 मीटर और 130 मीटर लंबे स्टील पुल निर्मित किए गए हैं। इस पल बुलेट ट्रेन में कॉरिडोर में 24 नदी पुलों में से आठ नदियों पर काम हो रहा है। काम पूरा हो चुका है।