2025 में बिहार में राशन कार्ड धरियो के लिए बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है। राज्य सरकार ने राशन वितरण सिस्टम को अधिक पारदर्शी , कुशल और लाभार्थी-केंद्रित बनाने के लिए कई नई सुविधाएं जोड़ी हैं। इस नई व्यवस्था के तहत भौतिक राशन कार्ड की आवश्यकता समाप्त कर दी जाएगी। लाभार्थी में आधार नंबर या बायोमेट्रिक सत्यापन का उपयोग कर राशन प्राप्त कर सकेंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है जो सरकारी सेवाओं को सरल, प्रभावी और नागरिक-केंद्रित बनाने पर जोर देता है।
यह सिस्टम न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगाएगी बल्कि राशन वितरण प्रक्रिया को भी तेज और पारदर्शी बनाएगी। आइये यह बदलाव के बारे में जानते हैं।
नई राशन वितरण सिस्टम के मुख्य विशेषताएं
आधार लिंक सत्यापन का उपयोग
नए सिस्टम के तहत राशन कार्ड धरियो की पहचान उनके आधार नंबर ,बायोमैट्रिक डाटा से की जाएगी । इससे फर्जी लाभार्थियों को बाहर करने और सही लोगों तक राशन पहुंचाने में मदद मिलेगी ।
डिजिटल रिकॉर्ड कॉपी
सभी लेन देने या रियल टाइम में दर्ज किए जाएंगे और एक केंद्रीय सर्वर पर संग्रहीत होंगे। य यह प्रक्रिया पारदर्शिता बढ़ाने और निगरानी को आसान बनाने के लिए बनाई गई है।
पोर्टेबिलिटी सुविधा
लाभार्थी किसी भी उचित मूल्य की दुकान से राशन प्राप्त कर सकेंगे कहीं भी रहे हो यह ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना का विस्तार है।
रियल टाइम ट्रैकिंग
लाभार्थी राशन की उपलब्ध और वितरण की स्थिति ऑनलाइन देख सकेंगे। यह सुविधा राशन स्टॉक मैनेजमेंट को प्रभावित बनाएगी।
मेरा राशन 2.0 एप
नई इस सिस्टम के साथ स्मार्टफोन ने ऐप लॉन्च किया जाएगा, जहां आपने लाभार्थी अपने लेनदेन की जानकारी , शिकायतें और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्राप्त कर सकेंगे।
राशन वितरण प्रक्रिया में बड़े बदलाव
आधार आधारित सत्यापन
लाभार्थियों को e-POS मशीन पर अपना आधार नंबर और बायोमेट्रिक डेटा प्रस्तुत करना होगासत्यापन के बाद उन्हें तुरंत राशन मिल जाएगा।
भोजन में सामग्री में सुधार
राशन सामग्री में चावल की जगह गेहूं और दाल ,चीनी ,नमक और मसाले जैसे जैसे पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ जोड़े गए हैं। यह कदम लाभार्थियों के पोषण स्तर को सुधारने के लिए उठाया गया है।