MP News: मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में स्थित गांवों की पेयजल व्यवस्था स्व सहायता समूह की दीदियां संभालेगी। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत नल जल योजनाओं के सुचारू संचालन, संधारण, जलकर वसूली एवं जल गुणवत्ता जांच की जिम्मेदारी अब ग्राम स्तर पर महिला समूह की दीदियों को सौंपी जा रही है। जिले में व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
जिनमें विभागीय अमला, ब्लॉक समन्वयक एवं रसायनज्ञों द्वारा ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों और स्वयं सहायता समूह की दीदियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत पूर्ण हो चुकी नल जल योजनाओं का संचालन अब गांव की जल व स्वच्छता समिति और स्थानीय महिला स्वयं सहायता समूह की दीदियों के माध्यम से होगा।
प्रशिक्षण के माध्यम से योजना के तकनीकी और संचालन संबंधी जानकारी दी जा रही है। जल गुणवत्ता की जांच की विधि और नियमित जलकर वसूली की प्रक्रिया भी सिखाई जा रही है। दीदियों को यह भी बताया जा रहा है कि किस प्रकार ग्राम जल व स्वच्छता समिति का अलग खाता खोलकर उसमें जलकर जमा किया जा सकता है। इसके लिए से अब क्यूआर कोड की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे ग्रामीण सीधे जलकर जमा कर सकेंगे। कलेक्टर भव्या मित्तल ने बताया कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ ही समूहों के दायित्व को बढ़ाया जाएगा।
311 गांवों में प्रशिक्षण
311 ग्रामों में 2810 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है। यह प्रशिक्षण अगस्त तक पूर्ण किया जाएगा। 9 विकासखंड अंतर्गत गोगावां में 27 ग्रामों 261 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण लिया। खरगोन में 20 ग्रामों से 146, भगवानपुरा में 48 ग्रामों से 205, कसरावद में 43 ग्रामों से 438, बड़वाह में 37 ग्रामों से 184, भीकनगांव में 34 ग्रामों से 538, सेगांव में 22 ग्रामों से 220, झिरन्या में 37 ग्रामों से 555 और महेश्वर में 43 ग्रामों से 263 प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं।