हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के महीने में आने वाले अमावस्या को हरियाली अमावस्या के रूप में जाना जाता है। हरियाली अमावस्या को बहुत ही शुभ माना जाता है साथ ही अमावस्या पर पेड़ पौधे लगाने का विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में हरियाली अमावस्या दिव्य माने गए इन पेड़ पौधों को पूजा कर सकते हैं। इसलिए इससे आपके जीवन मेंशुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
सावन महीने की अमावस्या तिथि 2022 को दोपहर 3:50 पर शुरू होगी वही इस तिथि का समापन 4 अगस्त 2024 को दोपहर 4:42 पर होगा। उदया तिथि के अनुसार ,सावन की हरियाली अमावस्या रविवार 4 अगस्त को मनाई जाएगी।
माता लक्ष्मी की कृपा के लिए करे तुलसी की पूजा
अमावस्या के दिन तुलसी का पूजन विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में आप इस दिन तुलसी माता को लाल चुनरी जरूर अर्पित करे। इसके साथ तुलसी में कच्चा दूध अर्पित करें। शाम के समय तुलसी के पास घी का दीपक जलाकर परिक्रमा करें। ऐसा करने साधक को धन धान्य की कमी का सामना नहीं करना पड़ता।
आप तुलसी मां के कृपा पाने के लिए अमावस्या तिथि पर एक पिले धागे में 108 गाँठ लगाकर उसे तुलसी के गमले में बाँध सकते हैं। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और साधक को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते है। इसके अलावाहरियाली अमावस्या पर तुलसी में लाल कलावा बांध सकते हैं। इससे मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
हरियाली अमावस्या की तिथि के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार ,इस वृक्ष में देवी देवताओं का वास होता है ऐसे में यदि आप अमावस्या पीपल की पेड़ की पूजा कर उसमें जल अर्पित करते हैं तो इससे पूर्वजों की आत्माको शांति मिलती है।