प्याज और चुनाव का बहुत पुराना नाता है। कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है। इसी बीच प्याज ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। इन दिनों प्याज के भाव में तेजी देखने को मिल रही है। प्याज के भाव ₹5000 प्रति क्विंटल थोक में हो गए। इससे इसका फुटकर भाव 60 रुपए किलोग्राम तक हो गया। यदि बात करें महाराष्ट्र की तो यहां बीते दिनों में प्याज के भाव में उछाल देखने को मिला । यहां पर प्याज का भाव ₹5000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया।
प्याज पर 550 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य यानी कि एमपी में 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई हुई है
महाराष्ट्र की गना नागपुर, मंगलवेढा, सोलापुर मंडी में प्याज का भाव ₹5000 प्रति क्विंटल और कामठी ,नागपुर ,अकोला में प्याज का भाव 4500 रुपए देखने को मिले इसके अलावा कई राज्यों में भी प्याज के भाव में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है जिसे विशेष कर उन राज्य में जहां विधानसभा चुनाव होने है। बता दे ,साल 2024 में महाराष्ट्र ,हरियाणा ,जम्मू कश्मीर और झारखंड में विधानसभा चुनाव होने से प्याज के भाव में आई तेजी ने केंद्र व राज्य सरकार दोनों को सोचने पर मजबूर कर दिया। प्याज के भाव को नियंत्रित करने के प्रयास सरकार की ओर से किये जा रहे है
इसके बावजूद प्याज के भाव में फिलहाल अभी कोई विशेष गिरावट देखने को नहीं मिल रही है। हालाँकि कुछ शर्तों के साथ प्याज को एक्सपोर्ट खोला गया है। लेकिन एक्सपोर्ट का कहना है कि केंद्र सरकार ने प्याज पर 550 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य यानी कि एमपी में 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई हुई है। इन दोनों शर्तों के कारण प्याज का पर्याप्त मात्रा में एक्सपोर्ट नहीं हो पा रहा है। अब सवाल उठता है कि जब इतना प्याज का एक्सपोर्ट्स नहीं हो रहा पा रहा है तो उसके बाद भी प्याज के भाव क्यों बढ़ रहे हैं।
इस समय प्याज के भाव में बढ़ोतरी से किसानों को फायदा हो रहा है
फिलहाल यदि हम इन बातों को छोड़ दे तो इस समय प्याज के भाव में बढ़ोतरी से किसानों को फायदा हो रहा है। कमोडिटी ऑनलाइन मंडी भाव के अनुसार,छत्तीसगढ़ की दुर्ग मंडी में प्याज का भाव 4200 ,गुजरात की भुज मंडी में प्याज का भाव 4500 ,हरियाणा की रेवाड़ी मंडी में ₹5000 ,हिमाचल की धनोटू ₹5000 ,जम्मू कश्मीर की आशाहीपोरा में 5500 ,केरल की उत्तर पूर्व मंडी में 6000 ,मणिपुर की बिशनपुर प्याज का का भाव ₹7000 उड़ीसा की दमन टोपी मंडी में 6000 का भाव चल रहा है। बाजार जानकारों की माने तो जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है वहां पर प्याज के भाव को भी फिलहाल कोई बड़ी गिरावट देखने को नहीं मिल सकती है। इसी के साथ अन्य राज्यों में भी प्याज के भाव में इस समय कोई बड़ी गिरावट की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। यदि ऐसा होता है तो इस बार किसानों को अपनी प्याज की फसल बेचने से काफी मुनाफा होने वाला है।