राम मंदिर से न्यौते के लिए आये चावलों का क्या करना है ?क्या कहा ज्योतिष ने इसके बारे में

Saroj kanwar
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अयोध्या में वर्षो से अटका श्री राम मंदिर निर्माण कार्य अब जोरो पर है। हालाँकि ,निर्माण कार्य आधे से ज्यादा हो चुका है। इसलिए 22 जनवरी 2014 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस दिन को पर्व की तरह मानने की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। इस दिन को साक्षी बनने के लिए देश दुनिया से हजारों लोग अयोध्या नगरी पहुंचने लगे हैं।

गांव-गांव घर-घर खास अंदाज में न्योता भेजा जा रहा है

वहीं लोगों को बुलावा भी शुरू हो गया है। इसलिए गांव-गांव घर-घर खास अंदाज में न्योता भेजा जा रहा है। राम भक्त घर-घर जाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अक्षत यानि चावल देकर न्योता दे रहे हैं। लेकिन यहां ज्यादातर लोग इस बात को लेकर कन्फ्यूज है की राम मंदिर से आए चावलों का क्या करना है। इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं। कासगंज के तीर्थ नगरी सोरों के ज्योतिषाचार्य डॉ. गौरव दीक्षित।

भारतीय परंपरा के अनुसार ,प्राचीन काल में लोग एक दूसरे को किसी उत्साह या कार्यक्रम का न्यौता देने के लिए अक्षत का उपयोग करते थे। अक्षत यानि चावल देकर लोगों को निमंत्रण भेजा जाता है। इसके लिए हल्दी में रंगे हुए पीले चावलों का उपयोग किया जाता है। हिंदू धर्ममें अक्षत का विशेष स्थान और कोई भी पूजा पाठ ,अनुष्ठान या धार्मिक कार्य अक्षत के बिना पूरा नहीं होता है।

निमंत्रण में मिले अक्षत का क्या करें

तिजोरी में रखे अक्षत

ज्योतिष आचार्य ने बताया कि चावल शुक्र ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए शुक्र ग्रह से ध्यान में भाव लक्ष्मी समस्त भौतिक सुख सुविधा प्राप्त होती है। इसका लाभ लेने के लिए चावल को लाल रेशमी कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में रखना चाहिए। ऐसा करने से मंगल और चंद्र दोनों सक्रिय होकर लक्ष्मी योग का निर्माण करेंगे। इससे घर में खुशी आएंगे।

खीर का प्रसाद बनाएं

ज्योतिष आचार्य के मुताबिक राम मंदिर से मिले चावलों का बहुत महत्व होता है। इसलिए रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के चावलों से खीर बनाई जा सकती है। इसके बाद इस खीर को परिवार के साथ प्रसाद के रूप में ग्रहण करें और दूसरों को भी बांटे। ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी।

मस्तक पर तिलक करे

राम मंदिर से आये चावलों का क्या करें इस सवाल पर डॉक्टर गौरव दीक्षित बताते हैं राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्यौता में मिले चावलों का विशेष महत्व है। यह सभ्यता की भी निशानी मानी जाती हैं। इसलिए जब भी आप किसी सूर्य के लिए घर से निकल रहे है तो चावलों का तिलक के रूप में मस्तक पर लगा सकते हैं ऐसा करने से कोई भी कार्य आसानी से बन जाएंगे।

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