मानसून के पूरे भारत दस्तक देने के साथ ही घेवर की झलक दुकानों पर दिखने लगी है ।मीठी चाशनी में भीगी ये मिठाई मुंह में घुल जाती है और इसके अपने ही प्रशंसक है । खाने में बहुत स्वादिष्ट लगने वाले इस घेवर बारे में आपने कभी सोचा है कि यह स्वादिष्ट मिठाई कैसे बनाई जाती है। हम आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए यहां बताते हैं।
फिर घोल को ऊंचाई से गर्म तेल में रखे ये गोलाकार सांचो में डाला जाता है
फूड ब्लॉगर अमर सिंह इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें घेवर बन रहा है। ब्लॉगर ने हरियाणा के सोनीपत की दुकान पर मलाई केसर बनाने की प्रक्रिया को कमरे में कैद किया है। क्लिप में श्रमिकों को एक कंटेनर से दूध को कढ़ाई में डालते हुए और उसमे मैदा का एक बड़ा हिस्सा डालते देखा जा सकता है। इस मिश्रण को अशुद्धियों या गांठों के हटाने के लिए छानने और छानने से पहले 5 मिनट तक अच्छी तरह से गुन्दा जाता है । फिर घोल को ऊंचाई से गर्म तेल में रखे ये गोलाकार सांचो में डाला जाता है ।
झागदार गोल जल्दी से जम जाता है जिससे कुरकुरे घेवर बनता है। इस तकनीक को कई बार दोहराकर,पत्तेदार ,छत्ते जैसी बनावट बनाई जाती है । फिर घेवर को मीठी चाशनी में डाला गया। आखिरी स्टेप में मावा से सजाया गया और कार्डबोर्ड बॉक्स में पैक किया गय। वीडियो के आखिर में ब्लॉगर ने में मिठाई का स्वाद चखा और इसे भारत की सबसे अच्छा घेवर बताया ।
उन्होंने दुकान का पता भी दिया। वीडियो कैप्शन के साथ शेयर किए गए भारत का सबसे अच्छा गवर घेवर ,किसी ऐसे व्यक्ति को टैग करें जिसे पसंद है। इस वीडियो को अब तक करीब 3 मिलियन बार देखा जाए। असली भारतीय मिठाई है ,परिष्कृत चीनी से बनी मिठाई नहीं है। कि ने कहा , बहुत बढ़िया। खाने के लिए ,अनहाइजीनिक जगहों का समर्थन न करें।