केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की तीसरे कार्यकाल का पहला आम बजट 2024 पेशकर महिलाओं के लिए कई अहम् घोषणाएं की है। इनमें ड्रोन दीदी योजना के लिए 500 करोड़ रुपए आवंटित किये है।ड्रोन दीदी योजना से मोदी सरकार ने किसान, कृषि, गांव और महिलाओं के विकास का मार्ग प्रशस्त किया हैअगर एक गांव में कोई महिला ड्रोन बनाने की प्रशिक्षण लेती है और खेती में सहयोग करती है तो इसे पूरे गांव के लिए समृद्धि रास्ते खुलते हैं। ड्रोन दीदी योजना के माध्यम से 2025 -26 तक 15000 महिलाओं को ड्रोन उपलब्ध करवाया जाएगा साथ ही ₹800000 की सब्सिडी मिलेगी।
केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लांच की गई है
ड्रोन दीदी योजना केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से लांच की गई है। ये एक महत्वपूर्ण योजना है जिसका लक्ष्य कृषि के क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है। 28 नवंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सख्त बनाना और कृषि क्षेत्र में दर्द उत्पादकता बढ़ाना योजना के तहत एक महिलाओं को अगले 5 सालों में प्रशिक्षित किया जाएगा योजना का कृषि विज्ञान केदो के माध्यम से लागू किया जाएगा .।
स्वयं सहायता समूह की 15000 चुनी हुई महिलाओं को ड्रोन मुहैया कराएगी।
नमो ड्रोन दीदी योजना से लगभग 15000 महिलाओं को ड्रोन उड़ने की ट्रेनिंग दी जाएगी इस योजना के माध्यम से सरकार 2023-24 से 2025-26 की अवधिके दौरान स्वयं सहायता समूह की 15000 चुनी हुई महिलाओं को ड्रोन मुहैया कराएगी। साथ ही महिलाओं को ड्रोन उड़ने डेटा विश्लेषण और ड्रोन के रखरखाव के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अधिकतम 8 लाख रुपए की सब्सिडी मिलती है
इसके अलावा ड्रोन के माध्यम से फसलों की निगरानी, कीटनाशकों और उर्वरकों का छिड़काव और बीज बुआई जैसे विभिन्न कृषि कार्यों के बारे में भी सिखाया जाएगा। यह प्रशिक्षण उन्हें न केवल तकनीकी कौशल प्रदान करेगा बल्कि उन्हें बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। ड्रोन दीदी योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्रता बना दिया। वहीं महिलाओं को ड्रोन की खरीदने सस्ता लोन और सब्सिडी की सुविधा भी दी जाएगी। योजना के तहत ड्रोन की खरीद पर महिला स्वयं सहायता समूह का अनुदान का लाभ मिलता है । सरकार की ओर से ड्रोन की कीमत का 80 फीसदी या अधिकतम 8 लाख रुपए की सब्सिडी मिलती है ।
एआईएफ से लोन की सुविधा भी उपलब्ध है
ड्रोन की बाकी लागत एआईएफ से लोन की सुविधा भी उपलब्ध है। इस लोन पर मात्र तीन फीसदी की दर से ब्याज चुकाना होता है । यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर प्रदान करने के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही है। ड्रोन की मदद से महिला स्वयं सहायता समूह भी हर साल एक लाख रुपये एतिक्त कमाई कर सकती है। केंद्र सरकार की ओर से ड्रोन दीदी योजना का लाभ केवल उन्ही महिलाओं को मिलेगा जिससे स्वयं सहायता समूह की सक्रिय सदस्य है।
महिला की उम्र 18 से 37 साल के बीच होनी चाहिए महिला का भारतीय नागरिक होना जरूरी है । योजना में चयनित महिलाओं को 15 दिनों तकड्रोन चलाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद जो महिला ड्रोन दीदी बनेगी। उन्हें हर महीने 15000 रुपए का मानदेय मिलेगा। यह मानदेय महिलाओं के खाते में ट्रांसफर किया जाता है। यहां आपको बता दें कि ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग 10 से 15 गांवों का एक कलस्टर बनाकर महिलाओं को दी जाती है।