मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य की कई महत्वपूर्ण सड़कों की सड़को के योजनाबनाई है। इस परियोजना का उद्देश्य यातायात को आसान बनाना और राज्य के प्रमुख शहरों को बेहतरीन नेटवर्क से जोड़ना है। राजधानी भोपाल से विदिशा और रायसेन को जोड़ने वाली सड़क भी इस योजना का हिस्सा है।
भोपाल विदिशा राजमार्ग को टू-लेन से फोरलेन में बदलने की तैयारी की जा रही है
भोपाल विदिशा राजमार्ग को टू-लेन से फोरलेन में बदलने की तैयारी की जा रही है। स्टेट हाईवे 35 पॉइंट 11 किलोमीटर लंबा है और इसे राष्ट्रीय राजमार्ग SH-18 के रूप में जाना जाता है। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने परियोजना कोराज्यस्तरीय साधिकार समिति की बैठक में मंजूरी दी है। इस सड़क का निर्माण हाइब्रिड एनीयुटी मोड पर किया जाएगा। एमपीआरडीसी ने इस परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया है इसमें बायपास ,सर्विस रोड और कर्क रेखा के पास पर्यटन सुविधाएं विकसित करने का भी सुझाव दिया गया है। फोरलेन सड़क परियोजना की कुल लंबाई 44.80 किलोमीटर होगी। चोपड़ाकला, सूखी सेवनियां, डोब, बालमपुर, दीवानगंज और सलामतपुर जैसे इलाकों से होकर गुजरेगी। यह सड़क भोपाल ,रायसेन और विदिशा जिलों को सीधे जोड़ने से अन्य राज्यों की यात्रियों के लिए सुगम मार्ग प्रदान करेगी।
मुख्य सचिव ने परियोजना में पर्यटन को भी शामिल करने का निर्देश दिया
मुख्य सचिव ने परियोजना में पर्यटन को भी शामिल करने का निर्देश दिया। इस योजना के तहत पर्यटकों के लिए बाईपास अन्य सुविधाओं का विकास किया जाएगा जिससे क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मौजूदा समय में भोपाल में विदिशा की यात्रा के लिए टू -लाइन सड़क का उपयोग किया जाता है। सड़क अयोध्या बायपास से शुरू होकरNH-146 पर ससांची-सलामतपुर जंक्शन तक जाती है। टू लाइन सड़क [पर अधिक यातायात दबाव होने के कारण दुर्घटनाओं को और जाम की समस्या बढ़ गई है। फोर लेन सड़क बनने के बाद भोपाल ,रायसेन और विदिशा के बीच यातायात अधिक सुगम हो जाएगा। इसके अलावा यह सड़क अन्य राज्यों के लिए जाने वाले यात्रियों को भी सुविधा प्रदान करेगी। परियोजना से व्यापार पर्यटन और स्थानीय परिवहन को बढ़ावा मिलेगा।