Toll Rate Hike: उत्तर प्रदेश में मेरठ, मुजफ्फरनगर और हरिद्वार के बीच यात्रा करने वालों को अब थोड़ा ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। एनएच-58 (नेशनल हाईवे-58) पर स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर 1 जुलाई 2025 से टोल टैक्स की नई दरें लागू कर दी गई हैं। यह वृद्धि कार, जीप, बस, ट्रक और भारी मशीनरी वाले वाहनों पर लागू होगी। हालांकि स्थानीय वाहनों के लिए टोल दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
टोल टैक्स में कितनी बढ़ोतरी हुई?
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, टोल टैक्स में 5 से 10 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है। कार और जीप जैसे चौपहिया निजी वाहनों का टोल ₹110 से बढ़कर ₹115 हो गया है। जबकि हल्के व्यावसायिक वाहनों के लिए यह ₹195 से बढ़कर ₹200 कर दिया गया है।
बस-ट्रक चालकों को लगेगा अतिरिक्त खर्च
बस और ट्रक जैसे भारी वाहनों के लिए टोल दर ₹395 से बढ़ाकर ₹400 कर दी गई है। वहीं, भारी निर्माण मशीनरी और अर्थ मूविंग वाहनों के लिए दरें ₹635 से बढ़ाकर ₹645 की गई हैं। यानी इन श्रेणियों में सफर करने वालों को अब हर फेरे में 10 रुपये तक ज्यादा खर्च करना होगा।
स्थानीय वाहन मालिकों के लिए राहत
स्थानीय निजी वाहनों के लिए टोल दर पहले की तरह ₹25 ही रखी गई है। जबकि स्थानीय वाणिज्यिक वाहनों के लिए ₹55 की दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि स्थानीय यात्री और छोटे व्यवसायियों पर इस वृद्धि का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
]नई दरें कब से लागू होंगी?
टोल सुरक्षा अधिकारी मनिंदर विहान ने जानकारी दी कि नई टोल दरें 30 जून की रात 12 बजे (1 जुलाई से) प्रभाव में आ गई हैं। यह वृद्धि हर साल की तरह वार्षिक दर संशोधन के अंतर्गत की गई है और सभी टोल लेन पर इसे लागू कर दिया गया है।
सिवाया टोल प्लाजा की नई दरों की सूची
| वाहन श्रेणी | पुरानी दर (₹) | नई दर (₹) |
|---|---|---|
| चार पहिया निजी वाहन | 110 | 115 |
| हल्के व्यवसायिक वाहन | 195 | 200 |
| बस/ट्रक (भारी वाहन) | 395 | 400 |
| भारी निर्माण मशीनरी | 635 | 645 |
| स्थानीय निजी वाहन | 25 | 25 |
| स्थानीय व्यावसायिक वाहन | 55 | 55 |
क्यों बढ़ाया गया टोल?
NHAI के अनुसार, टोल दरों में वार्षिक महंगाई दर (WPI) के अनुसार संशोधन किया जाता है। इस बार भी महंगाई के अनुपात में मामूली वृद्धि की गई है ताकि राजस्व और रखरखाव खर्चों को संतुलित किया जा सके। यह राशि हाईवे के रखरखाव, चौड़ीकरण और संचालन में उपयोग की जाती है।
किसे होगा सबसे ज्यादा असर?
- दैनिक यात्री, जो मेरठ-मुजफ्फरनगर या हरिद्वार की ओर आवागमन करते हैं
- ट्रांसपोर्ट कंपनियां, जो वाणिज्यिक वाहनों के जरिए माल ढुलाई करती हैं
- टूरिस्ट और धार्मिक यात्री, जिन्हें चारधाम और हरिद्वार के रूट पर जाना होता है
सफर की प्लानिंग करते समय रखें ध्यान
यदि आप 1 जुलाई 2025 के बाद एनएच-58 से गुजरने वाले हैं, तो अपने सफर का खर्च थोड़ा बढ़ाकर ही योजना बनाएं। यह बढ़ी हुई दरें FASTag और मैनुअल दोनों तरह की भुगतान व्यवस्था पर लागू होंगी।