देश में ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार योजना के साथ ही किसानो की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई योजना चलाई जा रही है। इन योजना का लाभ किसानों कोपारदर्शिता से मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा योजनाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है । इसकड़ी में केंद्र सरकार द्वारा देश में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना चलाई जा रही है। योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को एसडीपी पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य रूप से कराना होगा।
भारतीय मत्स्य पालन को औपचारिक रूप देना है
दरअसल मत्स्य कृषको को केंद्र शाशन द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मन निधि योजना के तहत विभिन्न घटकों का लाभ प्राप्त करने के लिए एनएफडीपी nfdp.dof.gov.in पर पंजीकरण अनिवार्य किया गया जिसको देखते हुए संचालक मछली पालन छत्तीसगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया की एनएफडीपी का मुख्य उद्देश्य ,सभी मत्स्य पालक ,मत्स्य पालन समूह या मत्स्य समितियां के लिए कार्य आधारित पहचान का डेटाबेस निर्माण के माध्यम से भारतीय मत्स्य पालन को औपचारिक रूप देना है।
भविष्य में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि सह योजना के तहत ,मत्स्य पालन अंतर्गत संचालित सभी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने हेतु एनएफडीपी पर पंजीकरण अनिवार्य होगा। इसके तहत मछली पालन , मत्स्य ,खेत एवं मछली बेचने की व्यवस्था सभी लोगों का पंजीयन कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से किया जा सकेगा।
पंजीयन के लिए मिलेंगे 80 रूपये
मछली पालक संचालक ने बताया ,यदि परिवार के सभी सदस्य मछली पालन कार्य में सलंग्न है तो सभी का पंजीयन व्यक्तिगत रूप से किया जाएगा। पंजीयन के बाद मत्स्य विभाग सत्यापन पश्चात उनके बैंक खाते में ₹80 शासन की ओर से प्राप्त हुआ था । कॉमन सर्विस सेंटर को उनके प्रत्येक एंट्री पर 18 रुपए कमीशन के रूप में प्राप्त होगा।
पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज
पंजीयन हेतु मछली पालकों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक तथा आधार लिंक मोबाईल नम्बर के साथ कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में एन्ट्री करवानी होगी। पंजीयन हेतु आधार लिंक मोबाईल नंबर पर प्राप्त ओटीपी अनिवार्य होगा। पंजीयन के बाद प्रारम्भ में अस्थायी प्रमाण पत्र प्राप्त होगा। कृषकों का मत्स्य विभाग से सत्यापन पश्चात स्थायी प्रमाण पत्र जारी किया जायेगा। राज्य के सभी जिलों में मत्स्य कृषकों का एनएफडीपी में पंजीयन प्रारंभ हो चुका है। संचालक मछलीपालन ने राज्य के सभी मत्स्य कृषकों से एनएफडीपी पंजीयन कराने की अपील की है।