पशुपालक हो या फिर किसान आज के समय से पशुओं का पालन करते हैं ज्यादा से ज्यादा दूध देने की क्षमता रखते हैं और उनके दूध की गुणवत्ता में अच्छी होती है जिससे कि किसानों को या पशुपालन को इनका दूध बेचकर अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सके। कई ऐसी नस्लों की भेंसे पाई जाती है जो ज्यादा से ज्यादा दूध देने के लिए जानी जाती है । आज हम आपको ऐसी ही भैंस के बारेमें बारे में विस्तार से बताते हैं की इस नस्ल की भैंस का नाम।
क्या है इस नस्ल की भैंस का नाम
हम जिस नस्ल के बारे में बात कर रहे हैं उसे नस्ल का नाम नीली और रवि नस्ल की भैंस है। इन नस्लों की भैंस 12 से 15 महीने में बछड़े जाए देने लग जाती है साथ उनके दूध में बहुत ज्यादा मात्रा फैट पाया जाता है। इन नस्लों का पालन करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इन नस्लों का पालन करके बेहतर दूध उत्पादन किया जा सकता है।
दूध उत्पादन क्षमता
इन नस्लों की भैंस के दूध में अच्छी गुणवत्ता पाई जाती है साथ ही यह व्यापारिक नजरिये से बहुत फायदेमंद होती है। इतना ही नहीं ये भैंस ज्यादा दूध देती है इसका डेयरी में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
पालन का तरीका
इन भेंसो का पालन करने के लिए आपको अच्छी व्यवस्था करनी होती है । जहाँ पर उचित ठंडी जगह का होना बहुत जरूरी है। भैंसों का गर्मी बर्दाश्त नहीं होती है इसलिए उनको छांव वाली जगह पर रखना चाहिए ताकि उनकी दूध की क्षमता पर असर न पड़े। भेंसो को का ठंडा वातावरण ज्यादा पसंद होता है इसलिए आपको अच्छी वाली जगह पर व्यवस्था करनी होगी।