रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स के बढ़ते उपयोग के कारण सोलर एनर्जी सबसे पॉपुलर तरीका है। इस पर जोर दिया जा रहा है। सोलर एनर्जी सूर्य की प्रचुर शक्ति का उपयोग करती है और सोलर पैनल सोलर एनर्जी का इलेक्ट्रिक एनर्जी में कन्वर्ट करता ह। बहुत से लोग सोलर पैनल में डिटेल्ड मटेरियल से परिचित नहीं है। इस आर्टिकल से में हम बात करेंगे सोलर पैनल में उपयोग होने वाले मेटेरियल के बारे में जो इनकी मैन्युफैक्चरिंग में काम आता है।
सोलर पैनल से इक्विपमेंट है जो सूर्य प्रकाश सूर्य प्रकाश को बिजली में कन्वर्ट करते हैं। इनमें सोलर सेल होते हैं जो फोटोवोल्टिक सेल भी कहते हैं। । यह फोटोवोल्टिक इफ़ेक्ट के माध्यम से बिजली जनरेट करते हैं। जब सूर्य का प्रकाश इन सेल पर पड़ता है तो यह इलेक्ट्रॉनों को फ्री करता है जिसे इलेक्ट्रिक करंट जेनरेट होता है।
सोलर पैनल में उपयोग होने वाला मेटेरियल
सिलिकॉन
पॉलीक्रिस्टलाइन सिलिकॉन: इस सेल के एफिशिएंसी कम होती है और इसलिए ये कम महंगे होते हैं। यह सोलर सेल का सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला प्रकार है।
मोनोक्रिस्टलाइन सिलिकॉन:
इन सेल में हाई एफिशिएंसी प्रदान की जाती है और यह सन लाइट को बिजली में कन्वर्ट कर सकते हैं। उनकी हाई एफिशिएंसी के कारण में ज्यादा महंगे भी है।
एमोर्फोस सिलिकॉन
इसे नोन क्रिस्टल सिलिकॉन के रूप में भी जाना जाता है। इसका उपयोग थिन-फिल्म सोलर पैनल में किया जाता है। यह पैनल मल्टी पर्पस और कॉस्ट इफेक्टिव होते हैं। लेकिन इनके टूटने और डैमेज होने की संभावना ज्यादा होती है। इन पैनलों की परफॉर्मेंस और ड्युरेबिलिटी को बेहतर बनाने के लिए A-Si कार्बाइड, A-Si जर्मेनियम, माइक्रो क्रिस्टलाइन सिलिकॉन और A-Si नाइट्राइड जैसे वेरिएंट का उपयोग किया जाता है।
कैडमियम टेलुराइड
कैडमियम टेल्यूरियम से निर्मित, CdTe का उपयोग ऑप्टिमल बेड गेम्प एफिशिएंसी प्राप्त करने के लिए थिन-फिल्म पैनलों में किया जाता है। यह सेल कॉस्ट इफेक्टिव होते हैं और अपनी स्टेबिलिटी के लिए जाने जाते हैं।
गैलेनियम आर्सेनाइड
गैलेनियम आर्सेनाइड का उपयोग करने वाले सोलर पैनल सिलिकॉन सेल की तुलना में हाई एफिशिएंसी , 3 प्रोफाइल और कम डेसेंटी ऑफर करते हैं। जिससे पारंपरिक सिलिकॉन सेल के लिए अच्छा ऑप्शन बन जाते हैं।
अल्युमिनियम एंटीमनी और लेड
सिलिकॉन को एल्यूमीनियम, एंटीमोनी और लेड जैसी मेटल के साथ मिलकर सोलर के सेल एनर्जी बेंड गैप में सुधार किया जा सकता है। इन एलॉय का उपयोग मल्टी जंक्शन सोलर सेल बनाने ,एफिशिएंसी बढ़ाने और हिट मैनेजमेंट के लिए किया जाता है।
कार्बन नैनोट्यूब
CNT नैनोमटेरियल होते हैं जो सोलर पैनलों की प्रॉपर्टी को बढ़ाते हैं। वे ट्रांसपेरेंट कंडक्टर मटेरियल डेवलप करने और करंट फ्लो में सुधार करने में मदद करते हैं, जिससे 75% तक सोलर एनर्जी को इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जा सकता है।