सावन का महीना चल रहा है। ऐसे में शिव भक्त अपने हिसाब से भगवान भोले को खुश करने मेंलगे हुए है। वह भक्त उपवास रखकर सावन का महीना मनाते है । मगर क्या आप जानते हैं ऐसे में व्रत की दौरान लोगों को चक्कर आना ,कमजोरी जैसी समस्या आ सकती है। अक्सर व्रत दौरान कमजोरी का अनुभव होने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हम अपने भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करना के साथ-साथ शरीर के लिए भी फायदेमंद होता है।
फास्टिंग मेडिटेशन में भी मदद करता है
न्यूट्रिशन सोनिया शर्मा ने आईएएनएस को बताया ,फास्टिंग करना शरीर के लिए हर तरीके से फायदेमंद है। फास्टिंग के बारे में कहा जाता है कि आध्यात्मिक रूप से तो शरीर के लिए बेहतर होता है शरीर की गंदगी को भी साफ करता है। वैसे तो हर व्यक्ति को सप्ताह में एक बार फास्टिंग जरूर करनी चाहिए। फास्टिंग में कहा जाता है कि ,आप वास्तविक भोजन के लिए इसके पीछे खड़े हैं जिससे आपका ओरा क्लीन रहता है। इससे आपका मन सकारात्मक चीजों में लगा रहता है। फास्टिंग मेडिटेशन में भी मदद करता है।
हमारे आंत की सफाई कर रहा होता है
उन्होंने कहा कि ,उपवास में कई तरह के होते है। जो केवल जल ,फल या एक समय का भोजन रखकर भी किए जाते हैं। इसी तरह से भी तरह की फास्टिंग के शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद रहती है। फास्टिंग के दौरान शरीर आराम कर रहा होता है ऐसे में डिटॉक्स होने के साथ-साथ शरीर हमारे आंत की सफाई कर रहा होता है।
दूध और dairy से बनी चीज खाएं
फास्टिंग हमें कोई खतरनाक बीमारी से बचाती है ,जिसमें हाई कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, हाई बीपी जैसी बीमारियां शामिल है। फास्टिंग में आपको कमजोरी का अनुभव नहीं है इसके लिए सोनिया शर्मा ने बताया की ऐसे में आपको फल ,बदाम ,अंजीर ,अखरोट और मखाने जैसी चीजों का अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही ‘बनाना शेक’ भी आपके पूरे दिन एनर्जी देगा। प्रोटीन और कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए दूध और dairy से बनी चीज खाएं।