Ration Card Rules: इस तरीके से बनवाया है राशन कार्ड तो तुरंत कर दें सरेंडर, नहीं तो हो सकती है बड़ी परेशानी

Saroj kanwar
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भारत में गरीब और जरूरतमंदों की मदद के लिए सरकार द्वारा राशन कार्ड जारी किये जाते है। राशन कार्ड राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बनाए जाते हैं जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को सस्ती दरों पर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है। यह सुविधा केवल उन लोगों के लिए है जो सरकार द्वारा तय की गई पात्रता को पूरा करती है । हालाँकि कई लोग हैं जो इन पात्रताओं को पूरा नहीं करते हैं। लेकिन फिर भी गलत तरीके से राशन कार्ड बनवा लेते हैं। यहां जानते हैं राशन कार्ड के नए रूल्स क्या है।

राशन कार्ड के नए रूल्स

राशन कार्ड बनवाने के लिए भारत सरकार ने कुछ सख्त नियम तय किए हैं। सबसे पहले अगर किसी व्यक्ति के पास 100 वर्ग मीटर से अधिक की जमीन है जिसे प्लाट , फ्लैट या घर शामिल है तो वह व्यक्ति राशन कार्ड के लिए पात्र नहीं होता है। यह नियम यह सुनिश्चित करता है कि केवल जरूरतमंद लोग इस योजना का लाभ उठा सकते है। इसके अलावा जिन लोगों के पास चार पहिया वाहन जैसे कार या ट्रेक्टर है वह भी राशन कार्ड के लिए आवेदन नहीं कर सकते।

यह उन लोगों के लिए जिनकी आर्थिक स्थिति ऐसी है कि वह अपने लिए खाद्य सामग्री की खरीदारी कर सकते हैं। इस प्रकार जिनके घर में घर में फ्रिज या एसी जैसे लक्जरी उपकरण हैं, एबीसी वो इस योजना के अंतर्गत राशन कार्ड नहीं बनवा सकते। इसका उद्देश्य उन लोगों को रोकना है जो इस योजना का लाभ उठाने की योग्य नहीं है लेकिन फिर भी इसका फायदा उठाने की कोशिश करते हैं।

किसी ने गलत जानकारी देकर राशन कार्ड बनवा लिया है तो उन्हें जल्दी से जल्दी से सरेंडर कर देना चाहिए।

सरकारी नौकरी में काम कर रहे हैं या और उनके परिवार के सदस्य भी इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते है। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति इनकम टैक्स का भुगतान करता है या उसके पास लाइसेंस हथियार है तो वह भी राशन कार्ड के लिए अयोग्य माना जाता है । अगर किसी ने गलत जानकारी देकर राशन कार्ड बनवा लिया है तो उन्हें जल्दी से जल्दी से सरेंडर कर देना चाहिए। ऐसा करने से भी सरकार द्वारा संभावित कार्रवाई से बच सकते हैं। सरेंडर करने के लिए उन्हें खाद्य विभाग के कार्यालय में जाकर लिखित में सहमति पत्र देना होगा। राशन कार्ड धारकों के लिए ई -अनिवार्य कर दी गई है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वास्तविक लाभार्थियों को ही राशन का लाभ मिले और कालाबाजारी पर रोक लगाई जा सके। इ -प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही कार्ड धारकों को राशन मिलेगा।

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