Reduce Electricity Bill: बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है। जून और जुलाई के महीने में बिजली बिल में 2.36 फीसदी फ्यूल एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट सरचार्ज जोड़ा जाएगा, जो कि पिछले महीने की तुलना में 0.15 फीसदी कम है। जून में यह सरचार्ज 2.51 फीसदी था। इसका सीधा लाभ यह होगा कि इस बार उपभोक्ताओं के बिजली बिल कुछ हद तक कम आएंगे।
सरचार्ज क्यों लगता है और कैसे तय होता है?
यह एफपीपीए (Fuel and Power Purchase Adjustment) सरचार्ज बिजली नियामक आयोग द्वारा सालाना टैरिफ के अतिरिक्त वसूला जाता है। जब बिजली कंपनियों को अनुमान से ज्यादा कीमत पर बिजली खरीदनी पड़ती है, तो यह अतिरिक्त बोझ सरचार्ज के रूप में उपभोक्ताओं पर डाला जाता है। वहीं जब खरीद लागत अनुमान से कम होती है, तो सरचार्ज घटता है और उपभोक्ता को राहत मिलती है।
T-O-D टैरिफ से और भी घट सकता है बिजली बिल
यदि आप बिजली का उपयोग सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे के बीच करते हैं, तो आपको 20% तक सस्ती बिजली दरों का लाभ मिल सकता है। इस प्रणाली को टाइम ऑफ द डे (T-O-D) कहा जाता है। इसके अंतर्गत ‘सोलर टाइम’ में बिजली सस्ती मिलती है और ‘नॉन सोलर टाइम’ (शाम 6 बजे से सुबह 9 बजे तक) में बिजली महंगी होती है। इसका उद्देश्य है कि बिजली की मांग को संतुलित किया जा सके।
स्मार्ट मीटर वालों को मिलेगा T-O-D टैरिफ का सीधा लाभ
जिन उपभोक्ताओं के पास स्मार्ट मीटर लगे हैं, उन्हें T-O-D टैरिफ का सीधा फायदा मिलता है। स्मार्ट मीटर के ज़रिए समय के अनुसार खपत दर्ज होती है और उसी के अनुसार बिल बनता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि उपभोक्ता अपने बिजली उपयोग के समय में बदलाव करके बिल में कटौती कर सकते हैं।
जानिए अब कैसे बनेगा आपका बिजली बिल
सरकार द्वारा तय बिजली यूनिट दरें इस प्रकार हैं:
- 51 से 150 यूनिट तक: ₹5.41 प्रति यूनिट
- 151 से 300 यूनिट तक: ₹6.70 प्रति यूनिट
- 300 यूनिट से अधिक: ₹6.08 प्रति यूनिट
इसके अलावा 10 किलोवॉट भार तक के घरेलू उपभोक्ताओं को भी T-O-D टैरिफ का लाभ मिलेगा।
- सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक (सोलर टाइम): 20% सस्ती दर
- सुबह 6 से 9 बजे और शाम 6 से रात 10 बजे (नॉन सोलर टाइम): 20% महंगी दर
बिजली बिल कम करने के लिए अपनाएं ये उपाय
- दिन के समय भारी उपकरण जैसे वॉशिंग मशीन, हीटर, एसी आदि का उपयोग करें।
- रात को बिजली का उपयोग सीमित करें।
- स्मार्ट मीटर का उपयोग करके खपत को मॉनिटर करें।
- LED बल्ब और इनवर्टर टेक्नोलॉजी वाले उपकरणों का उपयोग बढ़ाएं।
उपभोक्ताओं को होगी सीधी राहत
इस बदलाव से उन उपभोक्ताओं को विशेष लाभ मिलेगा जो दिन के समय बिजली का अधिक उपयोग करते हैं और स्मार्ट मीटर से जुड़े हैं। हालांकि, कुल कटौती भले ही 0.15% हो, लेकिन समय के अनुसार खपत बदलने पर बिल में 15-20% तक की बचत की जा सकती है।