भारत में रेलवे दुनिया के सबसे बड़े ट्रेन नेटवर्क में से एक है। हर दिन करोड़ों लोग इस नेटवर्क का उपयोग करते हैं जिस देश में यात्रा का सबसे लोकप्रिय माध्यम बन गया है। रेलवे को यात्रियों को इस सुविधा मिलती है जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए में छूट भी शामिल है। हाल ही में चर्चा हो रही है कि रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को फिर से किराया में रियायत देने पर विचार कर सकता है। कोरोना काल में रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली किराये में छूट स्थाई रूप से बंद कर दिया था। ,लेकिन अब रेलवे एक बार फिर 50% की छूट देने पर विचार कर रहा है। यह निर्णय केवल वरिष्ठ नागरिकों के लेवल की राहत भरा होगा बल्कि इससे उन्हें यात्रा करने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा।
संसद समिति की सिफारिश
हाल में संसद की एक समिति ने रेलवे से आग्रह किया है कि वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट का फिर से शुरू किया जाए। समिति ने सुझाव दिया की तीसरी ऐसी और स्लीपर क्लास में यह छूट दी जा सकती है। यदि यह सिफारिश लागू होती है इससे बड़ी संख्या में वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित होंगे।
रेलवे पर वित्तीय बोझ
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिसंबर 2022 में बताया था कि वर्तमान में रेलवे पर वित्तीय दबाव अधिक है इसके कारण छूट को बहाल करना मुश्किल हो रहा है हालांकि इस बात पर विचार किया जा रहा है कि जरूरतमंद लोगों के लिए छूट कैसे शुरू की जा सकती है।
पहले मिलती थी 50% से अधिक की छूट
मार्च 2020 से पहले भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों को 40 से 50% की छूट प्रदान करता था। 60 वर्षों से अधिक उम्र की पुरुषों को 40% की छुट्टी जाती थी जबकि 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र की महिलाओं को 50% की रियायत मिलती थी। यह छूट राजधानी और अन्य लंबी दूरी टिकट ट्रेनों में लागू होती थी।
महिला और पुरुषों के लिए अलग छूट का प्रावधान
पहले रेलवे ने महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग छूट का प्रावधान किया था। महिलाओं का पुरुष के मामले में अधिक छूट दी जाती जिससे उन्हें यात्रा से अधिक से सहूलियत मिलती थी। यह शहर समाज के विभिन्न वर्गों को यात्रा के लिए प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।