Railway Station Rename: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के सामने रखा है। उनका सुझाव है कि इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का नाम ‘महाराजा अग्रसेन रेलवे स्टेशन’ किया जाए, ताकि उनके योगदान को उचित सम्मान मिल सके।
रेल मंत्री को पत्र लिखकर रखी गई प्रस्ताव की मांग
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 19 जून 2025 को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखकर इस प्रस्ताव पर विचार करने का आग्रह किया। पत्र में उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन भारतीय समाज में अहिंसा, शांति और सामाजिक न्याय के प्रतीक हैं और उनके नाम पर रेलवे स्टेशन का नाम रखना एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
महाराजा अग्रसेन के योगदान का उल्लेख
रेखा गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा कि महाराजा अग्रसेन की विरासत का भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास में गहरा प्रभाव रहा है, विशेष रूप से दिल्ली में। उनके अनुयायी आज भी दिल्ली के आर्थिक और सांस्कृतिक परिदृश्य को आकार देने में योगदान दे रहे हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर उनके सम्मान में रखना, दिल्लीवासियों की भावनाओं से गहराई से जुड़ाव को भी दर्शाता है।
सामाजिक न्याय और आर्थिक दूरदर्शिता के प्रतीक
सीएम ने कहा कि महाराजा अग्रसेन को समाज कल्याण और आर्थिक दूरदर्शिता का प्रतीक माना जाता है। उनके विचार और कार्य सदियों से लोगों को प्रेरित करते आ रहे हैं। उनके वंशज और अनुयायी दिल्ली के विकास में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जो इस नाम बदलाव की मांग को और भी मजबूत बनाता है।
नाम बदलने को लेकर मुख्यमंत्री का अनुरोध
रेखा गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा, “मैं आपके मंत्रालय द्वारा इस प्रस्ताव पर शीघ्र विचार करने का विनम्र अनुरोध करती हूं। यदि आप व्यक्तिगत रूप से इस पर ध्यान देंगे, तो यह कदम देशभर के लोगों, विशेषकर दिल्लीवासियों के सम्मान और गौरव का प्रतीक बनेगा।”
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन का इतिहास
पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन राजधानी के चांदनी चौक क्षेत्र में स्थित है और इसे 1864 में स्थापित किया गया था। यह दिल्ली जंक्शन के नाम से भी जाना जाता है। इसकी इमारत की वास्तुकला लाल किले से प्रेरित है और यह भारत के रेलवे नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
सुविधाएं और विशेषताएं
इस स्टेशन में कुल 18 प्लेटफॉर्म हैं। इनमें से कुछ प्लेटफॉर्म इतने बड़े हैं कि वहां 24 डिब्बों वाली दो ट्रेनें एक साथ खड़ी की जा सकती हैं। यह स्टेशन न केवल यात्रियों के आवागमन के लिए बल्कि ऐतिहासिक महत्व के कारण भी विशेष पहचान रखता है।
नाम परिवर्तन आधुनिक पहल
रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की यह पहल केवल नाम परिवर्तन नहीं, बल्कि इतिहास और विरासत को सम्मान देने का प्रयास है। हालांकि इस तरह के बदलावों पर अक्सर विभिन्न पक्षों की प्रतिक्रियाएं आती हैं, लेकिन अगर यह कदम सामाजिक चेतना और विरासत के संरक्षण के नाम पर उठाया जाए, तो इसका स्वागत होना चाहिए।