हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने की चतुर्थी भगवान श्री गणेश को समर्पित होती है। ऐसे में मई के महीने में संकट चतुर्थी का त्यौहार मनाया जाएगा। इस दिन एकदन्त भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना करके सभी दुःख दूर होते हैं। इतना ही नहीं माना जाता है कि जो संकष्ट चतुर्थी व्रत करते हैं उन्हें शुभ फलो की प्राप्ति होती है ।
यहां हम आपको बताते है की किस दिन है संकट चतुर्थी
एकदंत संकष्टी चतुर्थी ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाएगी जो 26 में को दोपहर 4:36 पर शुरू होगी और इसका समापन 27 मई को दोपहर 323 पर होगा। ऐसे में इस वर्ष एक दंत संकष्ट चतुर्हति का व्रत 26 मई 2024 रविवार के दिन ही किया जाएगा।
संकष्ट चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश की पूजा कैसे करें
अब बात आती है संकष्ट चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश की पूजा कैसे करें तो सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान ध्यान करें। मंदिर की सफाई करें। भगवान गणेश की पूजा करने के लिए धूप दीप जलाएं। उन्हें फल फूल अर्पित करें। इस दौरान भगवान गणेश का प्रिय भोग मोदक के लड्डू अर्पित करना शुभ माना जाता है। आखिर में गणेश जी की आरती करें और अगर आप व्रत कर रहे हैं तो व्रत का संकल्प ले और शाम को अगले दिन व्रत का पारण करें।