सावन के मंगलवार को मंगला गौरी व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती । साथ ही मनचाहा वर पाने के लिए व्रत भी किया जाता है। पंचांग के अनुसार ,तीसरा मंगला गौरी का व्रत 6 अगस्त को किया जाएगा। माना जाता है कि इस दिन विधि पूर्वक उपासना करने से सुहागिन महिलाएं का अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है साथ ही जीवन सदैव खुशियों से बना रहता है। चलिए हम आपको बताते हैं तीसरे मंगला गौरी व्रत का शुभ मुहूर्त पूजा विधि के बारे में।
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 से लेकर 12:53 तक रहेगा
तीसरी मंगला गौरी व्रत शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी 6 अगस्त को किया जाएगा । पंचांग के अनुसार ,शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर ब्रह्म मुहूर्त 04 बजकर 21 मिनट से लेकर 5:30 तक रहेगा। वहीँ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 से लेकर 12:53 तक रहेगा।
सावन में मंगला गौरी का किया जाता है
सावन में मंगला गौरी का किया जाता है। इसलिए सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। इसके बाद स्नान कर सूर्य देव को जल अर्पित करें। मंदिर की सफाई कर चौकी लगाकर चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर शिवजी और माता पार्वती की प्रतिमा को विराजमान करें। अभिषेक कर अक्षत ,कुमकुम ,फल, फूल समेत आदि चीजे अर्पित करें और माता पार्वती को 16 श्रृंगार की चीज चढ़ाये। दीपक जलाकर आरती करें और पति की लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना करें। व्रत कथा का पाठ करके भोग लगाए और लोगों को प्रसाद का वितरण करें। इस दिन श्रद्धा के अनुसार दान करना भी फलदाई है।