वर्तमान समय में बिजली आवश्यकताओं की पूर्ति करने एवं बढ़ती बिजली बिल से परेशान होकर आप लोग घरों में विशेष सोलर सिस्टम स्थापित करना अधिक पसंद कर रहे है।तपती धुप के उपयोग से बिजली प्राप्त कर सकते है । आपको बता दे की सोलर पैनल सूर्य की रोशनी को ग्रहण करके ऊर्जा का उत्पादन करते हैंतथा ऊर्जा के इस्तेमाल से घर में बिजली उपकरण चलाए जाते हैं । आप सिस्टम को लगाकर अपने बिजली बिल कोकम अथवा जीरो भी कर सकते हैं।
सरकार भी सोलर एनर्जी के उपयोग को बढ़ा देने के लिए नागरिकों को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है।यहां जानते हैं एफिशिएंट सोलर सिस्टम के संपूर्ण डिटेल्स के बारे में।
क्या आप सोलर पैनल लगाकर कई लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको अपनी जरूरत के हिसाब से सोलर पैनल का चयन करना या बहुत ही आवश्यक है। ऑन ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम में पैनल सीधे पावर ग्रिड से कनेक्ट किए जाते हैं। यह नेट मीटरिंग के तहत बिजली बिल का काम करने में आवश्यक होते हैं जिन क्षेत्रों में बार-बार बिजली कटौती होती है। वहां के लिए सोलर पैनल लगाना बहुत फायदेमंद होता है जो ऑफ ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम होते हैं उनके पैनलों का बैटरी और इनवर्टर की जरूरत पड़ती है जो बिजली कटौती होती है। उस दौरान ही सोलर सिस्टम आपके घर की बिजली आवश्यकताओं को भी पूरा करते हैं। हाइब्रिड सोलर सिस्टम में नेट मीटरिंग की को बैटरी बैकअप के साथ कंबाइन किया रहता है। अब जब भी बिजली की कमी होती है तो यह लगातार बिजली सप्लाई करते हैं।
सोलर पैनल सूरज के प्रकाश को ग्रहण करके बिजली का उत्पादन करते हैं। तथा इनवर्टर सोलर पैनल द्वारा जनरेट की गई है। डीसी पावर को डोमेस्टिक उपयोग के लिए इसी पावर में बदलता है । बैटरी का प्रयोग रात तथा बिजली कटौती के समय किया जाता है। अगर आपके घर रोजाना लाइट, पंखे, फ्रिज, टीवी तथा मोटर जैसे उपकरण चलते हैं तो इसके लिए हर दिन करीबन 6 से 7 यूनिट की जरुरत होती है। अगर घर पर AC चलाना चाहते हैंयह इसके लिए बहुत बेहतर रहेगा। 1500 से 1800 वाट की डेली खपत के लिए आपको करीबन 2500 वाट का इन्वर्टर होना बहुत जरुरी है। आपको बता दें यदि आप पूरा सोलर सिस्टम लगाएंगे तो इसमें आपका करीबन 70,000 रूपए से लेकर 80,000 रूपए तक का खर्चा आता है।
कैसे लगाएं सोलर सिस्टम?
आज के समय में घर पर सोलर सिस्टम स्थापित बहुत ही आसान तरीके से कर सकते हैं। आप इसे अपने आप ही सही से स्थापित कर सकते हैं और घर में बिजली बिल के खर्चे को कम कर सकते हैं।
आपको सोलर पैनल को हवा एवं तूफ़ान से बचाने के लिए इसे मजबूत फ्रेम में सुरक्षित रखना है। आपको सोलर पैनल, इन्वर्टर एवं बैटरी को जोड़ने के लिए 6 मिमी अथवा 10 मिमी के तारों का इस्तेमाल करना है। अब आपको पावर लॉस को रोकने के लिए तार की लम्बाई 10 से 12 मीटर तक रखनी है। तारों को सुरक्षा देने के लिए इलेक्ट्रिकल फिटिंग पाइप का इस्तेमाल करना है। इसके बाद सोलर पैनल से तारों को जोड़ के कनेक्ट कर लें। फिर तारों को बैटरी से कनेक्ट कर लेना है। फिर आपको इन्वर्टर से तथा अपने घर के इलेक्ट्रिकल बोर्ड से कनेक्ट कर लेना है।