उत्तर प्रदेश सरकारी सड़क सुरक्षा सुधार करने के उद्देश्य एक और सख्त पहल की है।’ नो हेलमेट नो फ्यूल ‘ नियम के तहत राज्य के पेट्रोल पंप बिना हेलमेट वाले दो पहिया वाहन चालकों को ईंधन नहीं दिया जाएगा। यह नियम 26 जनवरी 2025 से पूरे प्रदेश में लागू होगा । परिवहन आयुक्त बीएन सिंह नियम को सफल क्रियान्वन के लिए 8 जनवरी को सभी पेट्रोल पंप संचालको को स्पष्ट निर्देश जारी किये है । इन निर्देशों में पेट्रोल पंप स्टेशनों पर नियम का प्रचार प्रसार करने उन लोगों को इसके महत्व के बारे में जागरूक करने की बात कही गई है।
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने की पहल
इस नियम का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और लोगों को सड़क सुरक्षा की प्रति जागरूक बनाना है । राज्य में हेलमेट पहनने को गंभीरता से लागू करने के लिए इस पहल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बाइक चालकों और उनके पीछे बैठने वालों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया है । जिला प्रशासन ने सभी जिलों में पेट्रोल पंपों पर बड़े होर्डिंग्स लगाने और ग्राहकों को इस समय के प्रति जागरूक करने की निर्देश दिए हैं। इस पहला से न केवल हेलमेट के अनदेखी करने वालों पर रोक लगेगी बल्कि सड़क पर सुरक्षित यात्रा को बढ़ावा मिलेगा।
हेलमेट न पहनने पर चालान के आंकड़े
नोएडा ट्रैफिक पुलिस की पिछले साल की आंकड़े इस नियम की आवश्यकता को स्पष्ट करते हैं। 2024 में लगभग 28 लाख चालान जारी किए गए हैं जिनमें से 15 लाख चालान हेलमेट न पहनने के कारण दिए आंकड़े दर्शाता है कि हेलमेट ना पहनना उत्तर प्रदेश में सबसे आम ट्रैफिक उलझन में से एक है। इस नियम के लागू होने से न केवल चालान की संख्या में कमी आने की संभावना है बल्कि सड़क पर लोगों की जीवन की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
“नो हेलमेट, नो फ्यूल” नियम: सख्त सुरक्षा संदेश
यह नियम ने केवल सड़क दुर्घटनाओं को रोकने का प्रयास किहै बल्कि उन वाहन चालकों की सुरक्षा के प्रति अधिक जिम्मेदारी बनाने का भी उद्देश्य रखता है । सरकार इस पहल के माध्यम से सुनिश्चित करना चाहती है कि हेलमेट पहनने की आदत समाज की में गहराई से विकसित हो।
सरकार को उम्मीद है कि नो हेलमेट नो फ्यूल जैसी सख्त नियम से राज्य की सड़क सुरक्षा मांगों में सुधार होगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
पेट्रोल पंप संचालकों की भूमिका
पेट्रोल पंप संचालकों को इस नियम को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। सभी पेट्रोल पंपों पर नियम का व्यापक प्रचार-प्रसार करना और ग्राहकों को इसके महत्व के बारे में शिक्षित करना जरूरी होगा।
साथ ही, नियम को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए स्थानीय प्रशासन पेट्रोल पंपों पर निगरानी भी करेगा। पेट्रोल पंप पर बड़े-बड़े होर्डिंग्स और पोस्टर्स के माध्यम से लोगों को इस पहल की जानकारी दी जाएगी।