अगर आपको कहीं ऐसी जगह घुमनी है जो प्रकृति की गोद में बसी हुयी होनी चाहिए तो हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड की तरह केरल में भी कई हिल स्टेशन है। यह स्टेशन टूरिस्ट को अपनी और अट्रैक्ट करते हैं। उनका दिल जीत लेते है अगर आप अबकी बार केरल जाते हैं तो यहां अलेप्पी जरूर जाए। इसे को भारत का ‘वेनिस’ कहते हैं। आईए जानते हैं इस जगह के बारे में।
अल्लेप्पी हिल स्टेशन काफी खूबसूरत है
अल्लेप्पी हिल स्टेशन काफी खूबसूरत है। इसे आलाप्पुड़ा या आलेप्पी कहा जाता है। इस हिल स्टेशन को इसकी खूबसूरती के करण पूर्व का वेनिस कहते हैं। यह हिल स्टेशन यह स्टेशन कोच्चि से 53 और त्रिवेन्द्रम से 155 किमी दूरी है। अल्लेप्पी का बैक वाटर पैराडाइज है कुट्टानाड। धान की खेती के साथ यह जगह प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। आप अल्लेप्पी की वेम्बनाड झील देख सकते हैं जो यहां की सबसे बड़ी झील है। इस झील में टूरिस्ट बोटिंग कर सकते हैं। इस झील के चारों तरफ आपको नारियल के पेड़ देखने को मिलेंगे । टूरिस्ट यहां कुट्टानाड ,अलाप्पुझा बैकवाटर्स और अलाप्पुझासमुद्र तट देख सकते हैं।
नदी में रात की सुंदरता और शांत वातावरण को महसूस कर सकते हैं
अल्लेप्पी में टूरिस्ट अम्बालापुझा श्री कृष्ण मंदिर ,रेवि करुणाकरण संग्रहालय ,मंत्री बीच और कृष्णापुरम पैलेस घूम सकते हैं। यहां आप हाउसबोट का आनंद ले सकते हैं। अगर आपकी जेब में ₹12000 हैहै तो आप हाउसबोट में रात बिता सकते है। हाउसबोट में रात बिताने का अपना ही मजा है। क्योंकि इस दौरान आप नदी में रात की सुंदरता और शांत वातावरण को महसूस कर सकते हैं ।
यहां नदी के किनारे टहलते हुए शानदार वक्त बिता सकतेहैं
अल्लेप्पी में घूमने वाले टूरिस्ट यहां के इडियप्पम, पुत्तु और कडाला, शापी मीन करी, इडली सांभर और थालास्सेरी बिरयानी का आनंद ले सकते हैं हैं। कुट्टुनाद को अल्लेप्पी का बैक वाटर पैराडाइज कहते हैं। यहां पर चावल की खेती सबसे अधिक होती है /यहां पर नाव की सवारी करते हुए आसपास के अद्भुत नजारों को देखा जा सकता है ।आप अल्लेप्पी चर्च की सैर कर सकते हैं। यह चर्च पाम्पा नदी पर स्थित है। चर्च काफी पुराना और उसका निर्माण 1810 में किया गया था। एडथुआ चर्च और सेंट जॉर्ज फोरेन चर्च के नाम से जाना जाता है। आप यहां नदी के किनारे टहलते हुए शानदार वक्त बिता सकतेहैं।